हापुड़ जिले में परिवहन के प्रदूषण रहित साधन होने के नाम पर जो छूट ई रिक्शा को दी गई थी, अब वह शहर के लिये फंदा बनती जा रही है।
शहर में ई-रिक्शा का मनमाना संचालन समस्या बनता जा रहा है। ई-रिक्शा का पंजीयन चालक के अतिरिक्त तीन सवारियों की बैठक क्षमता के लिये होता है। नियमों के अनुसार ई रिक्शा में तीन से अधिक सवारियां नहीं बैठानी चाहिए,लेकिन शहर में ई-रिक्शा चालक पांच से सात सवारियां बैठाकर मार्गों पर दौड रहे है।
ओवरलोड सवारियां कम था की अब मोदीनगर रोड पर बृहस्पतिवार को एक युवक ई रिक्शा में भरी लकड़ी के ऊपर खड़े होकर सफर करते दिखा। युवक को जान की जरा भी चिंता नहीं है। यतायात नियमों को अनदेखा कर शहर में ई-रिक्शा जान की चिंता किये बिना फर्राटा भर रहे है।
नियमों की अनदेखी कर संचालित हो रहे ई-रिक्शा पर प्रशासन सख्ती नहीं कर रहा है। कोई रूट तय नहीं होने से गलियों से लेकर हाईवे तक यह फर्राटा भरते हैं। क्षमता से अधिक सवारियां बैठाने के साथ ही नाबालिग भी ई रिक्शा चला रहे हैं। इतना ही नहीं इनका प्रयोग माल वाहन के रूप में भी किया जा रहा है।