जनपद हापुड़ के सिंभावली के वैठ मोड़ पर कार्तिक पूर्णिमा मेले को लेकर दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर हो रही चेकिंग के दौरान पुलिस और श्रद्धालुओं के बीच नोकझोंक हो गई। इस दौरान श्रद्धालुओं ने पुलिस पर एक श्रद्धालु की आंख पर डंडा मारने का आरोप लगाकर जमकर हंगामा किया। घायल श्रद्धालु को मेरठ के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने उसकी गंभीर हालात को देख उसे दिल्ली एम्स रेफर कर दिया है। जहां युवक का उपचार चल रहा है। जबकि युवक के परिजन मेले से डेरा लेकर घर चले गए हैं।
भोजपुर के गांव किल्होड़ा निवासी सुशील कुमार ने सिंभावली थाने में तहरीर देकर सीओ, एसओ और अन्य पुलिसकर्मियों पर दोस्त अभिषेक पिटाई का आरोप लगाया है। उसका कहना है कि पुलिसवालों की लाठी लगने से अभिषेक की एक आंख में गंभीर चोट लगी है। इस आंख से उसे दिखाई नहीं दे रहा है। हालांकि, पुलिस ने आरोप को गलत बताया है।
पुलिस का कहना है कि वह भैंसा बुग्गी दौड़ा रहा था। इस दौरान बैरियर से टकरा गया। इसी से चोट लगी है। तहरीर पर केस दर्ज नहीं किया गया है। सुशील ने बताया कि घटना 19 नवंबर की है। वे लोग गढ़ गंगा मेले में जा रहे थे। रास्ते में सिंभावली में बैठ गोल चक्कर के पास उनकी बुग्गी का भैंसा अचानक तेजी से भागने लगा। उन्होंने उसे रोकने का प्रयास भी किया लेकिन वह तेजी से दौड़ता रहा।
वहां पुलिस तैनात थी। पुलिसवालों ने उन्हें रोक लिया और उल्टा-सीधा बोलने लगे। अभिषेक ने इसका विरोध किया तो उसकी पिटाई शुरू कर दी। उसे डंडे मारे। एक डंडा उसकी आंख में लगा। उसे दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया है। डॉक्टरों ने उसकी हालत गंभीर बताई है।
सिंभावली थाना प्रभारी धर्मेंद्र सिंह का कहना है कि यह लोग भैंसा-बुग्गी को काफी तेज रफ्तार से भगा कर आ रहे थे। इस दौरान बैरियर से टकराने पर एक युवक को चोट लगी है। पुलिस पर लगाए गए आरोपी पूरी तरह निराधार हैं।