पिलखुवा में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पांच साल बाद भी एक्सरे की व्यवस्था नहीं हो पाई है। मरीजों को 250 से 300 रुपये खर्च कर अस्पताल के बाहर एक्सरे कराने पड़ते हैं।
चिकित्सक मरीजों को एक्सरे कराने के लिए जिला अस्पताल रेफर कर भेजते हैं। जिसके चलते मरीजों और उनके तीमारदारों को जहां आर्थिक बोझ झेलना पड़ता वहीं, परेशानी का भी सामना करना पड़ता है।
पबला रोड पर साल 2018 में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) का संचालन शुरू हुआ था। इससे पहले पिलखुवा में सीएचसी की व्यवस्था नहीं थी। मरीजों को धौलाना, सपनावत या हापुड़ दवा लेने जाना पड़ता था। साल 2018 में सीएचसी तो शुरू हो गई लेकिन, एक्सरे मशीन नहीं लग सकी है और न ही टेक्नीशियन की तैनाती की गई।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पांच साल बाद भी एक्सरे की व्यवस्था नहीं हो पाई है। मरीजों को अस्पताल के बाहर 300 रुपये खर्च कर जाच करानी पड़ती है।चिकित्सक मरीजों को एक्सरे कराने के लिए जिला अस्पताल रेफर कर भेजते हैं। जिसके चलते मरीजों और उनके तीमारदारों को जहां आर्थिक बोझ झेलना पड़ता वहीं, परेशानी का भी सामना करना पड़ता है।
सीएचसी पबला रोड पिलखुवा डॉ. शेखर सिंह, प्रभारी चिकित्सक- का कहना है की अस्पताल में एक्सरे मशीन और टेक्नीशियन की व्यवस्था कराए जाने के लिए कई बार पत्राचार किया जा चुका है। शीघ्र ही सीएचसी में एक्सरे होने की व्यवस्था शुरू हो जाएगी।