हापुड़ के गढ़ क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए शासन स्तर से तेजी से काम चल रहा है। अब 10 एकड़ भूमि को क्रय करने की योजना है। इसका प्रस्ताव बनाकर पर्यटन विभाग के माध्यम से शासन को भेजा जाएगा। इस क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। जिससे कि ब्रजघाट आने वाले पर्यटकों को लुभाया जा सके।
योगी सरकार ब्रजघाट का विकास हरिद्वार की तर्ज पर करा रही है। गंगा किनारे ब्रजघाट को हरिद्वार की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। गढ़मुक्तेश्वर का कार्तिक गंगा स्नान मेला ऐतिहासिक है और यह अपने आप में 5000 साल के इतिहास को समेटे हुए हैं। इसलिए उनकी सरकार इसे राजकीय दर्जा देगी। गढ़मुक्तेश्वर को हरिद्वार की तर्ज पर विकसित करेगी।
यहां पर प्रतिदिन लगभग 10 से 15 हजार श्रद्धालु आम दिनों में आते हैं। जबकि, विशेष स्नान वाले दिन लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं। यही कारण है कि भविष्य में ब्रजघाट में श्रद्धालुओं के लिए मल्टीप्लेक्स पार्किंग की बेहतर सुविधा भी दी जाएगी। इस क्षेत्र में पश्चिमी उत्तर प्रदेश सहित अन्य आसपास के राज्यों से श्रद्धालु और पर्यटक अधिक से अधिक आ सके।
गढ़ व ब्रजघाट क्षेत्र में स्थित पुराने मंदिरों के सुंदरीकरण और नई ऐतिहासिक व संस्कृति से जुड़े भवन आदि बनाकर उनके जरिए लोगों को लुभाया जाएगा। इसके लिए एसडीएम गढ़ को पत्र भेजा गया है। जिसमें करीब 10 एकड़ भूमि का पुर्नग्रहण कराने व शासकीय निष्प्रयोज्य भूमि व भवन के हस्तांतरण के प्रस्ताव भी मांगे गए हैं। पर्याप्त भूमि उपलब्ध न होने की दशा में अवशेष क्षेत्रफल हेतु निजी भू-स्वामियों से समझौते के आधार पर भूमि क्रय की जाए।
एडीएम संदीप कुमार- ने बताया की गढ़ क्षेत्र में ऐतिहासिक, धार्मिक, सांस्कृतिक, ईको व एग्रो पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जमीन की मांग है। पर्यटन विभाग के उच्च अधिकारियों का पत्र मिलने के बाद एसडीएम गढ़ को पत्र भेजा गया है। उन्हें 10 एकड़ भूमि को चिह्नित करने के निर्देश दिए गए हैं। इस भूमि से संबंधित जानकारी शासन को भेजी जाएगी।