हापुड़ में मेरठ-बुलंदशहर मार्ग के चौड़ीकरण का कार्य छह माह में भी पूरा नहीं हो सका है। वन विभाग से पेड़ काटने की एनओसी न मिलने पर मेरठ-बुलंदशहर मार्ग का चौड़ीकरण कार्य अधर में लटका हुआ है, ऐसे में डिवाइडर बनने से सड़क संकरी हो गई है। जिसके कारण वाहन रेंगते रहते हैं।
जनवरी के प्रथम सप्ताह में मेरठ रोड के धीरखेड़ा से बुलंदशहर बाईपास स्थित पेट्रोल पंप तक सड़क चौड़ीकरण की शुरूआत हुई थी। लगभग 48 करोड़ से यह काम होना था। धीरखेड़ा में सड़क किनारे पेड़ होने के कारण कार्य रोक दिया गया था और वन विभाग से करीब 90 पेड़ काटने के लिए अनुमति मांगी गई। लेकिन वन विभाग ने अभी तक एनओसी नहीं दी है। जिसके कारण धीरखेड़ा में कार्य को रोक दिया गया।
इसके बाद कार्यदायी संस्था ने बुलंदशहर रोड पर कार्य की शुरूआत की। इसके साथ ही आठ किलोमीटर लंबी सड़क के बीच में डिवाइडर बनाने का कार्य किया गया। छह माह बीत चुके हैं, लेकिन वन विभाग ने लोक निर्माण विभाग को पेड़ काटने की अनुमति नहीं दी है। हाल यह है कि डिवाइडर बनने से सड़क संकरी हो गई है। ऐसे में वाहन एक दूसरे के पीछे कतार में रेंगकर चलते हैं और आए दिन जाम लगा रहता है।
लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता नरेश कुमार का कहना है कि राज्य सरकार द्वारा एनओसी दी जा चुकी है, लेकिन अभी केंद्र सरकार से एनओसी नहीं मिली है। जिसके कारण कार्य रुका हुआ है। जल्द ही एनओसी मिलने की उम्मीद है, जिसके बाद कार्य पूरा करा दिया जाएगा।