जनपद हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर में लोक निर्माण विभाग द्वारा सीओ को आवास खाली करने के लिए दिए गए नोटिस के बाद अब नगर में विभिन्न प्रकार की चर्चाएं शुरू हो गई हैं। पहली बार किसी पुलिस अधिकारी को जारी किए गए नोटिस पर कई सवाल भी उठ रहे हैं। हालांकि इसको लेकर उच्चाधिकारी भी कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं है।
नगर के रेलवे रोड पर पीडब्ल्यूडी गोदाम (आवास) परिसर में पिछले कई दशकों से एसडीएम और सीओ के आवास बने हुए हैं। इन आवासों में ही रहकर न जाने कितने एसडीएम और सीओ ने ड्यूटी की है, लेकिन अब दो दिन पहले ही लोक निर्माण विभाग द्वारा सीओ आशुतोष शिवम को पत्राचार के माध्यम से नोटिस भेजकर आवास को खाली करने की बात कही है। जिसमें लिखा गया है कि सीओ उस भवन में अनाधिकृत रूप से रह रहे हैं। वहीं नोटिस पर गोर करें तो साफ-साफ है कि दोनों ही अधिकारियों के आवास एक साथ बने थे, मरम्मत भी एक साथ होती थी, लेकिन इस बार मात्र सीओ को ही आवास खाली करने का नोटिस अब लोगों के बीच चर्चा का विषय बना रहा।
स्थानीय लोगों का कहना है कि जब लोक निर्माण विभाग के प्रांगण में दो बड़े अधिकारियों के आवास हैं, तो खाली करने के लिए मात्र एक ही अधिकारी को ही नोटिस दिया गया। इसको लेकर आम लोगों के अलावा दिन भर थाने, कोतवाली पुलिस में भी नोटिस चर्चा होती रही। इस संबंध में वार्ता करने का प्रयास किया गया, लेकिन लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता ने फोन नहीं उठाया।
वहीं सीओ आशुतोष शिवम का कहना है कि मामला उच्चाधिकारियों के संज्ञान में हैं। इस संबंध में हापुड़ पहुंचकर उच्चाधिकारियों के साथ वार्ता हुई है, लेकिन अभी उन्हें कोई निर्देश नहीं मिला है। उच्चाधिकारियों का निर्देश मिलने पर ही कोई निर्णय लिया जाएगा।
एसडीएम अंकित कुमार वर्मा का कहना है कि जो नोटिस सीओ के नाम से जारी हुआ है, वही लोनिवि परिसर में बने दूसरे व्यक्ति को जारी किया गया था। जो संभवतः किसी गलती वश उनके नाम से भेज दिया गया है।