हापुड़ – अक्सर देखा जाता है कि राशन कोटेदार पर आरोप लगते हैं कि कोटेदार स्कूल को राशन नहीं दे रहा। जिसकी वजह से स्कूल के बच्चों को खाना नहीं मिल रहा। मगर बृहस्पतिवार को हापुड़ मेरठ रोड स्थित लज्जापुरी खाद्य श्रेत्र राशन कोटेदार अजय बहादुर सिंह ने आरोप लगाते हुए बताया कि दयानंद प्राइमरी स्कूल की अध्यापिका से पिछले 20 दिनों से फोन किया जा रहा है कि अपने स्कूल का राशन ले जाओ, मगर स्कूल की अध्यापिका स्कूल का राशन नहीं ले जाती और बोलती है कि हमारे पास समय नहीं है, जिससे शिकायत करनी है कर लो।
अजय बहादुर ने बताया कि राशन ज्यादा दिन रखने से खराब हो जाता है और चूहे राशन को खराब कर देते है। जिसका हर्जाना कोटेदार को भरना पड़ता है। राशन उपभोक्ता को समय से पहुंच जाए ये प्रयास कोटेदार का रहता है। दयानंद प्राइमरी स्कूल को बार बार फोन किया जाता है, मगर स्कूल द्वारा राशन नहीं उठाया जाता। स्कूल की राशन ना उठाने की शिकायत बीएसए से भी की है जवाब ये मिला कि इस विषय में बात की जाएगी।
अजय बहादुर के आरोप दर्शाते हैं कि अगर स्कूल द्वारा बच्चों के खाने के लिए राशन नहीं ले जाया जा रहा है तो या तो बच्चों को स्कूल में खाना नहीं दिया जा रहा है या फिर मामला कोई और है। अगर बच्चों को स्कूल में खाना रोजाना मिलता है तो राशन समय से उठाया जाना लाजमी है।
क्योंकि अगर रोजाना खाना स्कूल में बनता है और सभी बच्चों को खाना मिलता है तो राशन की 3 महीने की मात्रा के अनुसार राशन का सामान खत्म भी होता होगा। मगर दयानंद प्राइमरी स्कूल की अध्यापिका द्वारा राशन ले जाने के नाम पर ये बोलना कि हमारे पास राशन उठाने का समय नहीं है ये बड़ा सवाल उठता है।