सड़कों पर रोजाना हादसे हो रहे हैं लेकिन इन्हें रोकने के इंतजाम नहीं दिखते। अब रविवार को हापुड़ की इस तस्वीर को देखिए। फोन पर बात कर रहे वाहन चालक को न तो अपनी जान की चिंता है, न यातायात नियमों की। पुलिस ने भी रोकने की जहमत नहीं उठाई।
मोबाइल पर बात करते हुए वाहन चलाना दुर्घटना को निमंत्रण देने जैसा है। जब आप गाड़ी चला रहे हों तो आपका पूरा ध्यान ट्रैफिक और रोड पर होना चाहिए। मोबाइल पर बात करने से ड्राइवर का ध्यान भटक सकता है।
वाहन एक बहुत बड़ी सुविधा है और आत्मनिर्भरता का साधन भी। इसका प्रयोग सतर्कता और समझदारी से करें। कई लोग दूसरे वाहन से आगे निकलने के चक्कर में ग़लत तरीक़े से ओवरटेक करते हुए आगे बढ़ते हैं। देखिए, किसी से जीतने-हारने के लिए आप सड़क पर वाहन लेकर नहीं उतरे हैं। जिस तरह आपको कहीं जाना है, वैसे ही सड़क पर वाहन चला रहे दूसरे लोगों को भी कहीं न कहीं जाना है। आपको स्पीड के नियमों का अनिवार्य तौर पर पालन करना सीखना होगा जैसे-शहर में स्पीड 40 से अधिक न हो, स्कूल, हॉस्पिटल के निकट स्पीड कम कर लें और स्पीड ब्रेकर का भी सम्मान करें।