हापुड़ एक मार्च से गेहूं की सरकारी खरीद शुरू हुई थी। लेकिन अभी भी जिले के किसी भी खरीद केंद्र पर किसान गेहूं लेकर नहीं पहुंचे हैं। जिले में इस बार 48 हजार मीट्रिक टन गेंहू खरीद का लक्ष्य मिला है। लेकिन बाजार में अभी गेहूं की आवक शुरू नहीं हुई है। इसका कारण फसल तैयार न होना है। बावजूद इसके गेहूं के दामों में उछाल से किसान खुश हैं।
जिले में 32 क्रय केंद्रों पर एक मार्च से गेहूं की सरकारी खरीद शुरू हुई थी। लेकिन एक माह से अधिक समय बीतने के बाद भी जिले के किसी भी खरीद केंद्र पर किसान गेहूं लेकर नहीं पहुंचे हैं। क्योंकि खेतों में गेहूं की फसल अभी तक कटने के लिए पूरी तरह तैयार नहीं हो सकी है। सरकार की ओर से गेहूं के लिए समर्थन मूल्य 2275 रुपये निर्धारित किया गया है। वहीं बाजार में गेहूं का भाव 2450 पार कर गया है। बाजार में गेहूं का मूल्य अधिक होने से किसान खुश हैं।
बिना किसी परेशानी के फसल की बिक्री और नकद रुपया मिलने की बात कही जा रही है। सरकारी क्रय केंद्रों पर बिक्री के लिए 950 किसानों ने पंजीकरण करा लिया है। लेकिन यह नाकाफी है, बाजार में सरकारी क्रय केंद्रों से अधिक दाम होने पर प्रशासन को लक्ष्य पूरा करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
जिला विपणन अधिकारी समरेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि फसल कटाई शुरू न होने के कारण क्रय केंद्रों पर गेहूं की खरीद नहीं हो पाई है। संभवत दस अप्रैल से खरीद शुरू हो सकती है। शासन द्वारा 48 हजार मीट्रिक टन गेंहू खरीद का लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है, जिसे पूरा करने का प्रयास किया जाएगा।