ब्रजघाट (हापुड़)। उत्तराखंड में हो रही लगातार बारिश और बिजनौर बैराज से छोड़े गए अतिरिक्त पानी के कारण गंगा नदी के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इसके चलते ब्रजघाट के खादर क्षेत्र में रहने वाले हजारों परिवारों की चिंता बढ़ गई है।
जलस्तर 198.38 मीटर तक पहुंचा:
केंद्रीय जल आयोग के गेज रीडर आबाद आलम ने बताया कि बुधवार देर शाम तक गंगा का जलस्तर 18 सेमी की बढ़ोतरी के साथ 198.38 मीटर पर पहुंच गया। यदि इसी तरह जलस्तर में इजाफा होता रहा तो हालात और बिगड़ सकते हैं।
फसलों पर मंडराया संकट
भारतीय किसान संघ के जिलाध्यक्ष इंद्रजीत सिंह सोलंकी ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि गंगा के उफान के कारण चले जंगल में खड़ी हजारों बीघा फसलें डूबने की कगार पर हैं। यदि बाढ़ जैसे हालात बने तो किसानों को पशुओं के चारे की भारी किल्लत का सामना करना पड़ेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि अभी से प्रशासन को तैयारी शुरू करनी चाहिए ताकि ग्रामीणों को राहत मिल सके।
खादर क्षेत्र में बढ़ी बेचैनी
गंगा का जलस्तर जैसे-जैसे बढ़ रहा है, खादर में बसे गांवों में डर का माहौल गहराता जा रहा है। ग्रामीणों को सबसे अधिक चिंता फसल, मवेशियों और मकानों को होने वाले संभावित नुकसान की है।
स्थानीय प्रशासन की ओर से अलर्ट जारी किया गया है और राजस्व व सिंचाई विभाग की टीमें स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
निष्कर्ष:
गंगा का उफान अभी चेतावनी की सीमा से थोड़ा नीचे है, लेकिन यदि बारिश और जलप्रवाह इसी तरह जारी रहा तो बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो सकते हैं। प्रशासन व आपदा प्रबंधन विभाग के लिए यह समय सतर्कता और शीघ्र कार्रवाई का है।