हापुड़ के कुचेसर चौपला। तापमान में लगातार हो रही वृद्धि से गर्मी अपना प्रचंड रूप दिखा रही है। गर्मी के कारण लोगों का प्यास से गला सूख रहा है, लेकिन सार्वजनिक स्थानों पर लगे वाटर कूलर शोपीस बन जाने के बाद लोगों की प्यास नहीं बुझ पा रही है।
सरकार के द्वारा लोगों को शुद्ध और ठंडा पानी उपलब्ध कराने के लिए प्रत्येक गांव और सार्वजनिक स्थानों पर आरओ युक्त वाटर कूलर लगाए गए थे। वाटर कूलर पर ग्राम पंचायतों द्वारा अच्छा-खासा बजट भी खर्च किया गया था, लेकिन विभागीय लापरवाही और देखरेख के अभाव में यह वाटर कूलर अब मात्र शोपीस बन गए हैं।
भीषण गर्मी में यदि पानी नहीं मिले तो लोगो का हाल बेहाल हो जायेगा। कुछ ऐसी ही स्थिति गांव भमैड़ा में लोगों की प्यास बुझाने के लिए लगाया गया वाटर कूलर देखरेख के अभाव में कबाड़ हो गया है। वाटर कूलर से टैंक व टोटियां गायब हो चुकी है जिससे सिर्फ शोपीस बनकर रह गया है। गर्मी में लोगो को ठंडा और शुद्ध पानी नही मिल पा रहा है, जिस कारण गर्मी में ग्रामीण प्यास ही बेहाल हैं। वहीं बाबूगढ़ क्षेत्र के अधिकांश गावों में भी यही स्थिति है। ऐसे में मजबूरन लोगों को दुकानों से बोतलबंद पानी लेकन अपनी प्यास बुझानी पड़ रही है।
बीडीओ श्रुति सिंह का कहना है कि गांवों और सार्वजनिक स्थानों पर लगे वाटर कूलरों का निरीक्षण कराया जाएगा, अगर समस्या मिलती है तो उसका तुरंत समाधान किया जाएगा।