हापुड़ | बरसात का मौसम शुरू होते ही बच्चों में वायरल बुखार और डायरिया के मामलों में तेजी से इजाफा हुआ है। हापुड़ के जिला अस्पताल और गढ़ रोड स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) की बाल रोग ओपीडी इन दिनों मरीजों से फुल चल रही है। रोजाना 90 से अधिक बच्चे इलाज के लिए अस्पताल पहुंच रहे हैं।
🔍 तेजी से बढ़ रहा संक्रमण
सीएचसी के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. समरेंद्र राय ने बताया कि इस समय बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता पर मौसम का सीधा असर पड़ रहा है।
“इन दिनों वायरल बुखार के केस ज्यादा हैं, कुछ मामलों में निमोनिया भी देखा जा रहा है।”
उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि यदि बच्चों को बुखार हो, तो उन्हें स्कूल न भेजें, क्योंकि वायरल संक्रमण बहुत तेजी से फैलता है। साथ ही बच्चों के खानपान, स्वच्छता और आराम का विशेष ध्यान रखें।
🩺 अन्य बीमारियों में भी तेजी
- चर्म रोग और ईएनटी संक्रमण के मरीजों की संख्या भी बढ़ी है।
- फिजिशियन डॉ. प्रदीप मित्तल ने बताया कि बरसात में पेट से जुड़ी बीमारियां आम हो जाती हैं। उन्होंने बाहर का भोजन न करने और स्वच्छ पानी पीने की सलाह दी।
- ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. मोहिनी के अनुसार, गले में खराश और फंगल संक्रमण के मामले बढ़े हैं। खट्टे और ठंडे खाद्य पदार्थों से परहेज जरूरी है।
🧪 डेंगू और मलेरिया के लिए भी सतर्कता
सोमवार को सात संदिग्ध मरीजों के डेंगू और मलेरिया की जांच के लिए नमूने लिए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग सतर्क है और निगरानी जारी रखे हुए है।
🗣️ सीएमओ की चेतावनी और अपील
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. सुनील त्यागी ने बताया कि पहले ओपीडी में रोजाना 40–50 बच्चे आते थे, लेकिन अब यह संख्या 90 से अधिक पहुंच चुकी है।
“परिजनों से अनुरोध है कि किसी भी लक्षण को हल्के में न लें। डॉक्टर की सलाह अवश्य लें और बच्चों की देखभाल में लापरवाही न करें।”
✅ जरूरी सुझाव
- बच्चों को भरपूर आराम दें
- ठंडी व संक्रमित चीजों से बचाएं
- स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें
- वायरल के लक्षणों पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें
- डेंगू व मलेरिया से बचाव के लिए मच्छरों से सुरक्षा करें