हापुड़ नगर के प्रतिष्ठित श्री चंडी मंदिर परिसर में संचालित श्री चंडी संस्कृत पाठशाला की एक कक्षा की दीवार तेज वर्षा के कारण भरभराकर गिर गई। गनीमत रही कि इस दौरान कोई चपेट में नहीं आया। अन्यथा जानमाल की हानि हो सकती थी। बता दें कि मंदिर परिसर में बन रहे बेसमेंट के चलते पिछले दिनों पाठशाला के कमरों की दीवर में दरार आ गई थी। जिसकी शिकायत मंदिर समिति के पदाधिकारियों से की गई थी। दीवार गिरने की सूचना पर पाठशाला व मंदिर समिति के पदाधिकारी मौके पर पहुंचे। मंदिर समिति के पदाधिकारियों ने दीवार के निर्माण का आश्वासन दिया है। जिसके बाद मामला शांत हो सका।
श्री चंडी मंदिर परिसर में ही संस्कृत विद्यालय संचालित किया जाता है। श्री चंडी मंदिर और श्री चंडी पाठशाला की समितियां अलग अलग हैं। बृहस्पतिवार को बारिश के दौरान तडक़े पाठशाला की दीवार भरभराकर गिर गई। यहां श्री चंडी मंदिर समिति की ओर से धर्मशाला का निर्माण कराया जा रहा है। पाठशाला के पदाधिकारियों ने बताया कि जिस कक्ष की दीवार गिरी है उसके ऊपर कमरे को लगभग 15 दिन पहले खाली कराया गया। यदि कमरा खाली न कराया होता तो हादसा बड़ा हो सकता था।
स्कूल की दीवार गिरने के बाद आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। पाठशाला के पदाधिकारियों ने जानबूझकर दीवार को तोड़ने का आरोप लगाया और हंगामा कर दिया। चंडी मंदिर संस्कृत पाठशाला के प्रधानाचार्य व संस्कृत पाठशाला समिति के प्रबंधक एडवोकेट हर्ष कुमार शर्मा ने बताया कि 20 जनवरी को ही इस बाबत एसडीएम को पत्र सौंपा गया था कि इस निर्माण से कोई हादसा हो सकता है। करीब दस बजे श्रीचंडी मंदिर समिति के पदाधिकारी भी मौके पर पहुंच गए।
इस दौरान श्री चंडी मंदिर संस्कृत पाठशाला के प्रधानाचार्य ने मांग की कि पाठशाला की दीवार गिरने से जो नुकसान हुआ है उसकी पूरी भरपाई व नई दीवार का निर्माण जल्द कराया जाए। जिसके बाद श्री चंडी मंदिर संस्था के अध्यक्ष नवनीत अग्रवाल व सचिव मोहित बंसल (अचार वालों) ने दुख प्रकट करते हुए नवनिर्माण कराने का आश्वासन दिया। जिसके बाद मामला किसी तरह शांत हो गया।