जनपद हापुड़ के पिलखुवा में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) की सफाई करते समय दो मजदूर बेहोश होकर प्लांट के टैंक में गिर गए। इस दौरान आनन-फानन में कर्मचारियों के साथ गए साथियों की मद्द से तत्काल बाहर निकाला गया। धूप और गैस के कारण मजदूरों का बेहोश होना बताया जा रहा है। जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है।
शैलेष फार्म कॉलोनी स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का संचालन वाटेक वाबाग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी द्वारा किया जा रहा है। शर्तों के अनुसार कंपनी द्वारा उक्त प्लांट का संचालन दस साल किया जाना है। कंपनी प्रबंधक जितेंद्र यादव ने बताया कि बृहस्पतिवार शाम प्लांट की सफाई करते समय मूल रूप से बुलंदशहर एवं वर्तमान में पिलखुवा निवासी गौरव और बिहार निवासी ओमकार गर्मी एवं सीवर टैंक में बनी गैस के कारण बेहोश होकर टैंक में गिर गए थे, जिन्हें वहां मौजूद अन्य कर्मियों की मद्द से तत्काल बाहर निकाला गया और उपचार के लिए आनन-फानन में निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
प्रबंधक ने बताया कि दोनों मजदूर सही हैं, चिकित्सकों के अनुसार खतरे से बाहर है। वहीं पालिका के अधिशासी अधिकारी इंद्रपाल सिंह का कहना है कि सफाई के दौरान दो मजदूरों के बेहोश होकर टैंक में गिरने की सूचना मिली थी, लेकिन प्लांट का दस साल के लिए वाटेक वाबाग कंपनी द्वारा संचालन किया जा रहा है, मजदूर उन्हीं की कंपनी के थे। पालिका का इससे लेना-देना नहीं है।