जनपद हापुड़ में छह हजार करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का ट्रायल रन फरवरी माह में खुर्जा से खतौली तक होगा।
कुल मिलाकर खुर्जा और खतौली तक का 93 प्रतिशत कार्य पूरा है, जिसको पूरा करने की समय सीमा 31 जनवरी दी गई है। इससे पहले रेल मंत्री खुद मौके पर पहुंचकर निर्माण कार्य की समीक्षा करेंगे।
ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का निर्माण लुधियाना से कोलकाता के डालकुनी तक किया जा रहा है। कॉरिडोर को तैयार करने के लिए अलग-अलग हिस्सों में कंपनियां कार्य कर रही हैं। खुर्जा से सहारनपुर तक 222 किलोमीटर तक का कार्य एलएंडटी कंपनी के पास है।
हापुड़ में करीब 21 किलोमीटर लंबे फ्रेट कॉरिडोर का ट्रैक बिछाने का कार्य शत प्रतिशत पूरा हो चुका है। अब मात्र सिग्नल केबिल बिछाने और बिजली की तार का कार्य बाकी रह गया है। हापुड़ जिले में अब अधिक कार्य नहीं बचा है। कार्य करीब-करीब पूरा हो चुका है।
लेकिन अब निर्णय लिया गया है कि खुर्जा से खतौली का ट्रायल रन किया जाएगा। कॉरिडोर का निर्माण कार्य पिछले तीन साल से जारी है। ऐसे में इसके निर्माण के दौरान मशीनों और डंपर की आवाजाही से आसपास के गांवों की सड़कें और खड़ंजे क्षतिग्रस्त हो गए थे।
इन्हें दुरुस्त करने के लिए एलएनटी का कार्य जारी है। ट्रायल रन से पहले कंपनी की मंशा है कि इन सभी रास्तों को भी दुरुस्त कर दिया जाए, ताकि ग्रामीणों को किसी प्रकार की परेशानी न होने पाए।
इस एकल पटरी लाइन पर खुर्जा और सहारनपुर में लोडिंग और अनलोडिंग स्टेशन बनाए जा रहे है। इसके निर्माण को लेकर आसपास के लोगों के अलावा व्यापारियों में भी उत्साह है।
कॉरिडोर के निर्माण का यहां निवेश के लिए मिल रहे प्रस्तावों में भी योगदान हैं। इस कॉरिडोर के कारण देश भर से अच्छी कनेक्टिविटी के चलते बड़े निवेशक यहां निवेश के लिए आ रहे हैं। इस कॉरिडोर के बनने के बाद माल को लाने ले जाने में बड़ी सहूलियत मिलेगी।
प्रबंधक एलएंडटी-गुरवेंद्र सिंह ने बताया कि फरवरी में ट्रायल रन निश्चित हो गया है। रेल मंत्री जल्दी ही यहां की प्रगति समीक्षा करेंगे। इससे पहले कमिश्नर ऑफ रेलवे सिक्योरिटी भी जनवरी माह में ही पूरे ट्रैक का निरीक्षण करेंगे। ट्रायल रन को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं।