हापुड़ में कोरोना के बाद से पिछले दो सालों में रक्त जांच कराने वाले मरीजों की संख्या काफी बढ़ी है। परामर्श के दौरान चिकित्सक हर तीसरे मरीज की जांच लिख रहे हैं। दो साल में स्वास्थ्य विभाग 60 हजार से अधिक नमूने जुटा चुका है। सर्दी के मौसम में अब हेपेटाइटिस और कोलेस्ट्रॉल की जांच सबसे अधिक हो रही हैं।
जिले में 50 से अधिक निजी पैथोलॉजी लैब संचालित हैं, हालांकि पैथोलॉजिस्ट सिर्फ पांच ही हैं। शासन से अस्पतालों में जांच के संसाधन उपलब्ध कराए गए हैं, जिस कारण सरकारी अस्पतालों की लैब ओवरलोड होकर चल रही हैं। मरीजों को एक से दो दिन बाद रिपोर्ट मिल रही है। पिछले दो सालों में जिला अस्पताल और हापुड़ सीएचसी पर 60 हजार से अधिक रक्त नमूनों की जांच हुई है। इसमें सीबीसी, एलएफटी, केएफटी की जांच सबसे अधिक हैं। पिछले दिनों एलाइजा टेस्ट वाले नमूने सबसे अधिक रहे।
सीएमओ डॉ. सुनील त्यागी- ने बताया की जिला अस्पताल और सीएचसी में आवश्यक जांच के इंतजाम हैं। एलाइजा टेस्ट, हेपेटाइटिस, टीबी समेत अन्य महत्वपूर्ण जांच सरकारी लैब में होती है। मरीज अस्पताल आकर आसानी से जांच कराएं। पिछले दो सालों में जांच कराने वाले मरीजों की संख्या काफी बढ़ी है।