हापुड़ में भैयादूज पर यात्रियों की भीड़ बढ़ने से परिवहन निगम के दावों का दम निकल गया। अधिकारी प्रत्येक 15 मिनट में बस संचालन का दावा कर रहे थे, लेकिन बहनों को आधा घंटे तक बसों का इंतजार करना पड़ा। भीड़ के चलते बसों में सवार होने और सीट पाने के लिए यात्रियों में धक्कामुक्की भी हुई। इसके साथ ट्रेनों में भी भीड़ उमड़ी रही और लेटलतीफी ने भी यात्रियों को परेशान किया।
दिवाली के बाद भैयादूज पर्व पर बहनें भाईयों को तिलक करने के लिए उनके घर के लिए निकली। बहनों को भाईयों के घर पहुंचने में परेशानी न हो इसके लिए रोडवेज अधिकारी प्रत्येक 15 मिनट में बसों के संचालन का दावा कर रहे थे। लेकिन- अधिकारियों के दावे खोखले साबित हुए।
देशभर में भाई-बहन के अटूट प्रेम का पर्व भैया दूज धूमधाम से मनाया गया जिसके लिये सुबह से ही शहर के बस अड्डों पर अपने गंतव्यों तक पहुंचने के लिये लोगों कि भीड़ लगी रही। यह सिलसिला देर रात तक चला। दरअसल, भाई दूज के साथ ही पांच दिवसीय त्योहारों का समापन हो गया है। आज सुबह से सभी लोग अपने कामकाज पर वापसी करेंगे जिसके लिये लोग देर रात तक बसें लेकर अपनी मंजिल तक पहुंचे।
हालांकि इस दौरान बसों में चढ़ने के लिये लोगों में जमकर धक्का-मुक्की हुई। बसों के साथ ट्रेनों में भी बहनों की भीड़ उमड़ी। खुर्जा- मेरठ पैसेंजर, मेमू, शटल, बरेली इंटरसिटी एक्सप्रेस सहित अधिकांश ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ रही। रेलवे स्टेशन पर ट्रेन में सवार होने के लिए यात्रियों को एक कोच से दूसरे कोच के लिए भागदौड़ करनी पड़ी।
रविवार को बनारस से दिल्ली जाने वाली काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस छह घंटा, प्रतापगढ़ से दिल्ली जाने वाली पद्मावत एक्सप्रेस दो घंटा 40 मिनट, रक्सौल से आनंद विहार जाने वाली सत्याग्रह एक्सप्रेस एक घंटा, नौचंदी एक्सप्रेस दो घंटा 30 मिनट देरी से पहुंची।