हापुड़ में दिल्ली रोड बिजलीघर पर पांच एमवीए क्षमता के ट्रांसफार्मर को बचाने की सारी कोशिशें बेकार रहीं, इसने काम करना बंद कर दिया है। संबंधित क्षेत्र में बिजली संकट गहराया हुआ है, बारी-बारी से मोहल्लों की सप्लाई काटकर फीडरों को चलाया जा रहा है। ट्रिपिंग और लो वोल्टेज के कारण शुक्रवार को दिनभर उपभोक्ता परेशान रहे। वहीं, देहात क्षेत्र के कई गांवों में कटौती से बुरा हाल रहा।
तमाम आला अफसरों के दावों के बाद भी ट्रांसफार्मरों के फुंकने व बत्ती गुल होने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। भीषण गर्मी में बिजली व्यवस्था चरमरा गई है, चार बिजलीघरों से जुड़े इलाकों में सबसे अधिक संकट है। क्योंकि इन पर लगे पांच एमवीए क्षमता के ट्रांसफार्मर ठीक काम नहीं कर पा रहे हैं। बता दें कि अधिकांश सब स्टेशन दस एमवीए क्षमता के हैं, जिनमें एक ट्रांसफार्मर के खराब होने से सारा लोड दूसरे ट्रांसफार्मर पर आ गया है। दिल्ली रोड बिजलीघर की क्षमता अधिक है, लेकिन भीषण गर्मी में खराब हुए पांच एमवीए के ट्रांसफार्मर का लोड झेलने में सक्षम नहीं है।
इस बिजलीघर के फीडर नंबर एक को अतरपुरा बिजलीघर से जोड़ दिया गया है। बाकी के इलाके को भी इधर उधर से जोड़ा है, फिर भी पूरी सप्लाई नहीं मिल पा रही। मोहल्लों की आपूर्ति बारी-बारी से काटी जा रही है, एक से दो घंटे तक पावर कट दिया जा रहा है। जिस कारण भीषण गर्मी में लोग तिलमिला रहे हैं। देहात अंचल की सप्लाई सबसे अधिक प्रभावित हैं, यहां 18 घंटे तो दूर 12 घंटे भी लगकर आपूर्ति नहीं मिल रही है।
आसमान से बरस रही आग के चलते भीषण गर्मी से लोग हलकान हो रहे है। ऐसे में ट्रांसफार्मरों पर लोड बढ़ने के कारण लगातार फाल्ट हो रहे है, जिस कारण विद्युत आपूर्ति बाधित होने से लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है।
पिलखुवा में विद्युतीकरण के कारण शुक्रवार को लगभग तीन घंटे तक आपूर्ति ठप रही। कई मोहल्लो में बिजली गुल होने से लोग परेशान रहे। रिवैंप योजना के तहत क्षेत्र में विद्युतीकरण हो रहा है। जर्जर तारों के स्थान पर नए तार बदले जा रहे हैं। ऐसे में शुक्रवार को नगर में तार बदले जाने के कारण आपूर्ति प्रभावित रही।
अधीक्षण अभियंता अवनीश कुमार- ने बताया की भीषण गर्मी में मांग बढ़ने से ओवरलोडिंग की समस्या है। इसमें सुधार हो रहा है, उपभोक्ताओं को बेहतर सप्लाई मिल रही है। फाल्ट की समस्या तत्काल ठीक कराई जा रही है।