हापुड़ में थाना देहात क्षेत्र के गांव गोंदी निवासी हसने आलम के नाम से बैंक खाता खुलवाकर कुछ लोगों ने 5.17 करोड़ रुपये का लेनदेन किया और उसे पता भी नहीं चला। दो वर्ष पुराने मामले में आयकर विभाग का नोटिस भेजा तो खलबली मच गई। एसपी के आदेश पर साइबर क्राइम थाने में तीन लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
हुसने आलम ने बताया कि उसकी गांव सुल्तानपुर निवासी साजिद से जान पहचान थी। साजिद ने उसकी मुलाकात दिल्ली निवासी जितेंद्र से कराई थी। साजिद ने बताया था कि प्रधानमंत्री द्वारा मजदूर वर्ग के लोगों को आर्थिक मदद दी जा रही है। मजदूरों के खातों में एक-एक हजार रुपये की धनराशि सरकार द्वारा डाली जा रही है।
आर्थिक मदद दिलाने के नाम पर साजिद, जितेंद्र और उनके साथी अमजद ने बैंक खाता खुलवाने के लिए आधार कार्ड व अन्य दस्तावेज ले लिए। तीनों ने मिलकर पंजाब नेशनल बैंक में उसका बचत खाता खुलवा दिया। इसके बाद बैंक खाते की पासबुक, डेबिट कार्ड, चेकबुक अपने पास रख लिए। करीब दो वर्ष पहले साजिद ने उससे बैंक खाता बंद करने के लिए कहा। इसके बाद आरोपियों ने कुछ दस्तावेज पर हस्ताक्षर कराकर बैंक में जमा कर दिए।
कुछ दिन पहले आयकर विभाग द्वारा उसे एक नोटिस भेजा गया, जिसमें वर्ष 2021-22 में उसके बैंक खाते में 5.17 करोड़ रुपये जमा कराए जाने की बात लिखी थी। जिसे देख पीड़ित के पैरों तले जमीन खिसक गई। उसने बैंक जाकर जानकारी की तो पता चला कि उसके खाते से लेनदेन हुआ है। छानबीन करने पर पता चला कि साजिद ने अमजद व जितेंद्र से रुपयों का लेनदेन किया है। इन लोगों ने राज इंटरप्राइजेज के नाम से बैंक में खाता खुलवाया और फर्म के जरिए करोड़ों रुपयों का लेनदेन हुआ है। आयकर
एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि मामले में तीनों आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।