जनपद हापुड़ में बढ़ती सर्दी हृदय और मस्तिष्क से जुड़े मरीजों पर भारी पड़ रही है। पिछले 12 दिनों में सर्दी के कारण होने वाली मौतों की संख्या दोगुनी तक पहुंच गई है।
1 जनवरी तक ब्रजघाट स्थित श्मशान घाट पर प्रतिदिन 10 से 15 शव अंतिम संस्कार को लाए जा रहे थे। अब यह संख्या 25 से 30 पहुंच गई है। कोरोना की सुनामी में ब्रजघाट से पुष्पावती पूठ तक रोजाना जल रही चिताओं को देख कर लोगों का दिल कांप रहा था।
एक दिन में 500 से अधिक अंतिम संस्कार हुए थे। परंतु सामान्य दिनों में ब्रजघाट में आसपास तथा जिलों से आने वाले दिवंगतों की संख्या 15 से 20 तक रहती है। वहीं अब जैसे ही सर्दी ने अपना सितम दिखाया है तो सांसों की डोर टूटने लगी है। ब्रजघाट पर अंतिम संस्कार होने वाली संख्या दोगुनी हो गई है।
जनपद में 2023 के 12 दिनों में जहां बिजली करंट के दो मौत के मामले सामने आए हैं, वहीं हार्ट अटैक के मामले भी काफी आए हैं। गढ़ तथा हापुड़ और पिलखुवा नगर में 12 दिन के अंदर कई मौत हो चुकी है। जनपद में कोई हार्ट का स्पेशल अस्पताल नहीं है परंतु कई चिकित्सकों के पास हार्ट संबंधी कई मामले पहुंचे हैं।
बढ़ती सर्दी हार्ट और दिमाग की बीमारी से पीड़ित मरीजों के लिए भारी पड़ रही है। ब्रजघाट में नगर पालिका के रिकार्ड के अनुसार सामान्य दिनों में ब्रजघाट श्मशानघाट में 15 से 20 अंतिम संस्कार किए जा रहे थे, जबकि 2 से 12 जनवरी तक यह संख्या 30 तक जा पहुंची है।
पालिका के रजिस्टर में नाम की एंट्री करने वाले राजकुमार ने बताया कि 10 दिन में अंतिम संस्कार के लिए आने वालों की संख्या दोगुनी हो गई है। वहीं चिकित्सकों का कहना है कि सर्दी ज्यादा पड़ रही है। इसलिए बच्चे और बुजुर्गों के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है।