जनपद हापुड़ में टमाटर के दामों की स्थिति मंडी में आवक बढ़ने के साथ सुधर रही है, जबकि बाजार में टमाटर अभी भी महंगी दरों पर ही बिक रहा है। मंडी और बाजार के दामों में बड़ा अंतर है। हालांकि अगले कुछ दिनों में टमाटर के भाव की स्थिति सामान्य होने की उम्मीद है। इसके अलावा बाजार में दूसरी सब्जियों के दाम भी बढ़े हुए हैं।
आम तौर पर मानसून के मौसम में हरी सब्जियों और फलों के दाम बढ़ जाते हैं, लेकिन इस बार तो मानो महंगाई का ब्रेक ही फेल गया हो। सब्जियों के दाम रॉकेट की रफ्तार से भाग रहे हैं। टमाटर की कीमत लगातार बढ़ रही थी
हापुड़ की नवीन मंडी में टमाटर की आवक बढ़ गई है। बंगलुरू के अलावा अब हिमाचल से टमाटर आना शुरू हो गया है। जो मंडी में थोक में 70 रुपये किलो के आसपास बिक रहा है। फुटकर में भी टमाटर की कीमतों में कमी आई है, लेकिन बाजार और मंडी के भावों में अभी भी अंतर बना हुआ है।
बाजार में टमाटर अभी भी 110 रुपये किलो बिक रहा है। ऐसे में लोगों ने अभी भी टमाटर से दूरी बनाकर रखी हुई है। अब मिर्च की कीमत भी लोगों को रुलाने लगी है। टमाटर के बाद अदरक के दाम भी बढ़ रहे हैं। बाजार में अदरक- हरी मिर्च की कीमत 300 रुपये किलो तक पहुंच चुकी है।
जबकि धनिया, आलू व अन्य सब्जियों के दामों में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। कुल मिलाकर सब्जियों के बढ़े दामों के कारण रसोई का बजट बिगड़ गया है। गृहणियां महंगी सब्जियों की खरीदारी से परहेज कर रही हैं।
सब्जी विक्रेता किशोर ने बताया कि महंगी सब्जियों से लोग थोड़ा परहेज जरूर कर रहे हैं। लेकिन जरूरी सब्जियों की बाजार में मांग बनी हुई है। टमाटर, अदरक, धनिया जैसी सब्जियों के दाम अब नीचे खिसक रहे हैं। जल्द ही भाव सामान्य हो जाएंगे।
मंडी में नहीं लगे टमाटर के काउंटर : सरकार ने दिल्ली एनसीआर में सस्ते टमाटर के काउंटर खोले जाने की बात कही थी, लेकिन अभी तक काउंटर नहीं खोले गए हैं। इसे लेकर लोगों में रोष है। मंडी सचिव नीलिमा गौतम का कहना है कि फिलहाल टमाटर की स्थिति सामान्य होने की ओर जारी है। मंडी में टमाटर की आवक बढ़ी है और दामों में भी काफी गिरावट आई है। फिलहाल सरकार की ओर से काउंटर खोले जाने के आदेश नहीं मिले हैं।