जनपद हापुड़ के पिलखुवा में सीएचसी एवं पीपीसी पर विटामिन और थायराइड जांच ठप है। इससे मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मरीज बाहर से महंगे इलाज कराने को मजबूर हो रहे हैं। दोनों अस्पतालों में रोजाना इन्ही बीमारियों के ग्रसित मरीज दवा लेने पहुंचते हैं।
जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाए देने के दावे पूरी तरह फैल हैं। पिलखुवा में सीएचसी और पीपीसी के अलावा एक अर्वन सेंटर संचालित है। जिनमें रोजाना शहर से लेकर गांव तक से सात सौ से अधिक मरीज दवा लेने आते है। इसके बावजूद भी किसी की अस्पताल में विटामिन और थायराइड जांच की सुविधा नहीं है।
अस्पतालों में थाइराइड की जांच थम गई है। इससे मरीजों को समस्या हो रही है। रोजाना ओपीडी में परामर्श के लिए आने वाले लगभग 50 से 60 से अधिक मरीज इन्ही बीमारियों के ग्रसित दवा लेने पहुंचते हैं। मरीजों को जांच कराने के लिए वापस भेजा जाता है। मरीज बिना जांच कराए या तो घर लौट जा रहे हैं या फिर उन्हें निजी लैब से जांच करानी पड़ रही है।
मरीजों को प्राइवेट लैब में जांच कराने के लिए जेब ढीली करनी पड़ती है। प्राइवेट लैब में थायराइड की तीन सौ रूपये जबकि, विटामिन डी और बी-12 की जांच कराने के लिए एक हजार रुपये तक खर्च करना पड़ता है। इसका सीधा असर मरीज की जेब पर पड़ता है।
पिलखुवा सीएचसी प्रभारी डॉ.शेखर सिंह- ने बताया की सीएचसी और पीपीसी में थायराइट और विटामिन जांच की सुविधा नहीं है। इन बीमारियों से ग्रसित अस्पताल आने वाले मरीजों से जिला अस्पताल जाकर जांच कराने को बताया जाता है।