जनपद हापुड़ के गांव गोयना में सात माह के बच्चे की मौत के मामले की तीन सदस्यीय कमेटी ने जांच शुरू कर दी है।
गांव गोयना में दीपांशु का सात माह का बेटा किट्टू की मंगलवार रात मौत हो गई थी। जिसके बाद परिजनों ने निमोनिया की दवाई चलने के बावजूद बच्चे को जबरन टीका लगाने का आरोप लगाया था। सूचना मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची थी, लेकिन टीम को ग्रामीणों और परिजनों का विरोध झेलना पड़ा था।
शुक्रवार को जांच के लिए गठित टीम ने गांव का दौरा नहीं किया। जबकि आशा और एएनएम के बयान दर्ज किए गए। गांव एक दो दिन के अंदर गांव का दौरा करेगी।
हापुड़ सीएमओ-डॉ सुनील त्यागी ने बताया कि अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रशासन की अध्यक्षता में तीन सदस्यों की टीम जांच के लिए गठित की गई है। कमेटी ने जांच शुरू कर दी है। आशा और एएनएम के बयान दर्ज किए गए हैं। तीन-चार दिन के अंदर कमेटी रिपोर्ट देगी।
इस मामले की एक चिकित्सा अधिकारी द्वारा जांच कराई गई। जिसमें बच्चे को निमोनिया नहीं था। बच्चे का चर्म रोग का इलाज चल रहा था। जिसमें टीकाकरण का कोई प्रतिबंध नहीं है।