हापुड़ में दिवाली पर इस बार भी आतिशबाजी पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा। जिले में पटाखों की खरीद व बिक्री पर प्रतिबंध के साथ-साथ इन्हें छुड़ाने की भी अनुमति नहीं मिलेगी। एनजीटी के आदेशों के बाद जिला प्रशासन ने एसडीएम व सीओ को आदेश जारी किए गए हैं। पटाखों के निर्माण, बिक्री और भंडारण रोकने के लिए कमेटी गठित करने के निर्देश दिए हैं।
लगातार यह देखा जा रहा है कि लोग आसपास के इलाकों से पटाखों का इंतजाम कर लेते हैं और दिवाली की रात में जमकर पटाखे चलते हैं। दिवाली के दूसरे दिन प्रदूषण का स्तर पिछले दिनों की तुलना में लगातार गंभीर या अतिगंभीर दर्ज किया जाता है।
दिवाली से पहले वायु प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित रखने के लिए सरकार ने ये फैसला लिया है। दिल्ली एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए पटाखों के निर्माण और बिक्री पर रोक है। एनजीटी के आदेशों के तहत एनसीआर क्षेत्र में ग्रीन पटाखों की बिक्री भी नहीं की जाएगी। पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है, पटाखों की बिक्री की रोकथाम के लिए डीएम ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है।
एडीएम संदीप कुमार ने बताया कि दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में दिवाली के आसपास आतिशबाजी के कारण प्रदूषण की स्थिति खतरनाक हो जाती है। ऐसे में कई दिनों तक गंभीर हालात बने रहते हैं। फिलहाल एक्यूआई 250 से ऊपर पहुंच चुका है।
आने वाले दिनों में इसके और बढ़ने की संभावना है। ऐसे में पांच साल पहले एनजीटी ने सामान्य पटाखों की बिक्री पर रोक लगाते हुए कुछ शर्तों के साथ दिवाली पर ग्रीन पटाखों की बिक्री के ही आदेश दिए थे। लेकिन ग्रीन पटाखों को भी प्रतिबंधित कर दिया गया है। तीनों एसडीएम द्वारा कमेटी गठित की गई है, जिसमें तीनों सीओ भी शामिल हैं।