हापुड़ जिले में दिवाली के बाद प्रदूषण का स्तर कम होने का नाम नहीं ले रहा है। दिन में स्थिति में कुछ सुधार रहता है, लेकिन शाम को हालात गंभीर बने हुए हैं। वातावरण में छाई धुंध से लोगों की हालत खराब हो रही है। बुधवार को सुबह प्रदूषण का स्तर थोड़ा कम रहा, दोपहर बाद बढ़ना शुरू हुआ जो शाम तक एक्यूआई 313 तक पहुंच गया और लोगों को सांस लेने में काफी दिक्कत हुई।
दिवाली के बाद एक्यूआई का सूचकांक 350 के पार तक चला गया था। जिससे हापुड़ की हवा सामान्य से सात गुना अधिक प्रदूषित हो गई थी। जिसे देखते हुए प्रदूषण पर काबू पाने के लिए जिला प्रशासन ने प्रयास शुरू किए। लेकिन इन प्रयासों के बावजूद स्थिति में सुधार होता नजर नहीं आ रहा है। हापुड़ का एक्यूआई का सूचकांक 313 अंक तक पहुंच गया है। पिछले दो दिन में प्रदूषण के ग्राफ में उतार चढ़ाव के बाद बढ़ोतरी दिख रही है। रविवार को हापुड़ का एक्यूआई 178 दर्ज किया गया। जानकारों की मानें तो आने वाले दिनों में प्रदूषण का ग्राफ बढ़ सकता है।
जिले में हवा की सेहत बिगड़ने से करीब 300 लोग अस्थमा का रोगी बन गए है। पहले से उपचार पा रहे 540 मरीजों की हालत और खराब हो गई है। अस्पतालों की ओपीडी में रोजाना 100 से 120 तक मरीज उपचार के लिए पहुंच रहे हैं। गले की खराश और खांसी दम उखाड़ रही है।
एडीएम संदीप कुमार का कहना है कि प्रदूषण के बढ़ते स्तर को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। संबंधित विभागों के अधिकारियों से वार्ता की जाएगी।