हापुड़ में धुंध और कोहरे में सड़क हादसे रोकने के लिए जिले में हाईवे पर खुले अवैध कट बंद करने के निर्देश दिए गए थे। इसके लिए डीएम और संबंधित विभागों के अधिकारियों ने सर्वे कर 25 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए थे। इन्हें दुरुस्त करने के लिए करीब डेढ़ करोड़ रुपये बजट की आवश्यकता है। लेकिन विभाग के पास मात्र पांच लाख का ही बजट है। ऐसे में जनवरी माह के लगभग बीत जाने के बाद भी अवैध कट खुले रह गए हैं।
आधुनिक सुविधाओं के बावजूद पिछले कुछ सालों में हाईवे-9 पर दुर्घटनाओं का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। कोहरे और धुंध में हाईवे पर दुर्घटनाएं न हों, इसके लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों द्वारा करीब तीन बार निरीक्षण और सर्वेक्षण कर लिया गया है। डीएम के साथ किए गए सर्वे में उन्होंने जिले में कुल 25 स्थान ऐसे चिन्हित किए थे, जो सर्वाधिक दुर्घटना वाले थे। इन स्थानों को ठीक करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया था। जिन्हे दुरुस्त करने के लिए करीब डेढ़ करोड़ रुपये बजट की आवश्यकता है। लेकिन जिला सड़क सुरक्षा समिति के पास पांच लाख का ही बजट है। जिस कारण कार्य नहीं हो पाया। हाईवे पर जगह- जगह अवैध कट खुले पड़े हैं और लोगों को इनसे परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
जिले के सभी अवैध कटों को बंद करने, इन स्थानों पर बिलर लाइट, कैट आई लगवाने जैसे कार्य के लिए करीब डेढ़ करोड़ रुपये की आवश्यकता है। एनएचएआई और पीडब्लूडी जैसे विभागों पर इसके लिए अपना अलग-अलग बजट होता है। अधिकारियों की माने तो इसके लिए फिलहाल उनके पास बजट नहीं है। जिसके कारण यह कार्य भी पूरा नहीं हो सका। ऐसे में अवैध कटों की ओर से अधिकारी आंखें मूंदे हैं और इनकी अनदेखी कर रहे हैं। जिनके कारण ही अधिकतर दुर्घटनाएं हो रही हैं।
एडीएम संदीप सिंह- ने बताया की अवैध कटों और ब्लैक स्पॉट को दुरुस्त कराने के लिए प्रशासन पूरी तरह से गंभीर है। इस मामले में एनएचएआई, पीडब्ल्यूडी और उप संभागीय परिवहन विभाग के अधिकारियों से वार्ता कर इन्हें दुरुस्त कराया जाएगा।