हापुड़। शहर की सभी मुख्य सड़कों और चौराहों पर इस समय अवैध होर्डिंग, बैनर और फ्लैक्स बोर्ड आदि की भरमार हो चुकी है। इससे जहां शहर की सुंदरता पूरी तरह से चौपट हो रही है। शहर में सैकड़ों की संख्या में अवैध होर्डिंग्स लगे हैं।
नगर पालिका की कार्यवाही सिर्फ उन तक ही सीमित रहती है, जिनकी सिफारिश किसी नेता द्वारा नहीं की हुुई होती है। शहर में ज्यादातर कई प्रमुख संस्थानों समेत राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के अवैध होर्डिंग, बैनर और फ्लैक्स बोर्ड लगे हैं। जिन पर कार्यवाही करने के लिए भले ही नगर पालिका के मुलाजिम गाड़ी लेकर निकलते हैं। लेकिन सत्ताधारी नेताओं के फोन आते ही निगम की गाड़ियां वापिस दफ्तरों में जाकर खड़ी हो जाती हैं।
शहर में अवैध होर्डिंग, बैनर और फ्लैक्स बोर्ड आदि लगाने वालों के खिलाफ कोई सख्त कार्यवाही का प्रावधान नहीं है। सिर्फ एक चालान काट दिया जाता है और जिसके खिलाफ चालान काटा जाता, वो व्यक्ति सीजेएम कोर्ट में पेश होकर 500 से 1000 रुपए का जुर्माना अदा करते हुए केस से बरी हो जाता है। इसीलिए अवैध विज्ञापनों की भरमार है।
अवैध होर्डिंग, बैनर और फ्लैक्स बोर्ड आदि लगने से निगम को हर वर्ष करोड़ों का नुकसान हो रहा है। क्योंकि नगर पालिका ने शहर में होर्डिंग व फ्लैक्स आदि लगाने के लिए स्थान निर्धारित किए हुए हैं। यहां पर होर्डिंग लगाने पर नगर पालिका को हर वर्ष करोड़ों रुपये का राजस्व मिलता है।
मगर विभिन्न संस्थानों सहित राजनीतिक पार्टियों के लोगों ने अपने होर्डिंग, बैनर और फ्लैक्स को डिवाइडरों के बीच लगे खंभों और मुख्य चौराहों पर लगवा रखा है। इससे जहां शहर की सुंदरता खराब हो रही है, वहीं नगर पालिका को करोड़ों रुपये का राजस्व का नुकसान हो रहा है।
जिसको लेकर सभासद विकास दयाल ने डीएम को शिकायती पत्र देते हुए नगर पालिका क्षेत्र अंतर्गत व लोक निर्माण विभाग मार्गो पर बिना परमिशन के अवैध विज्ञापन पट्ट लगाकर प्राइवेट प्रचार प्रसार को लेकर शिकायत की है।