हापुड़ को जिला बने 13 वर्ष पूरे हो जाएंगे। जिला बनने के 13 वर्ष बाद पुलिस लाइन और जिला जेल का निर्माण अब जैसे-तैसे शुरू हो सका है। जिले में विकास का पहिया धीमी रफ्तार से घूम रहा है।
हापुड़ को जिला बने शनिवार को 13 वर्ष पूरे हो जाएंगे। इस दिन ही प्रदेश की तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने रामलीला मैदान में गाजियाबाद से अलग कर पंचशीलनगर का नाम देकर नया जिला बनाया था। बाद में इसका नाम बदलकर हापुड़ कर दिया गया।
तभी से ही जिले के विकास को पंख लग जाने चाहिए थे, लेकिन बजट की कमी और सरकारी मशीनरी की सुस्ती के कारण जिला धीमी गति से आगे बढ़ रहा है। आज भी कई सरकारी कार्यालय किराए के भवनों में चल रहे हैं। कई बड़ी समस्याओं का समाधान आज तक नहीं हुआ है। जनपद को अभी जिला न्यायालय, उपसंभागीय कार्यालय, राजकीय विद्यालय, कस्तूरबा छात्रावास, नवोदय विद्यालय, आश्रम पद्यति विद्यालय, जिला जेल, पुलिस लाइन, जिला स्टेडियम, की आवश्यकता है।
हालांकि, पुलिस लाइन और जिला जेल का निर्माण अब जैसे-तैसे शुरू हो सका है। कुछ दिनों पहले ही जिला न्यायालय की भूमि खरीद के लिए 122 करोड़ रुपये मिले हैं। उपसंभागीय कार्यालय के निर्माण के लिए भी करीब सात करोड़ रुपये मिल चुके हैं।