हापुड़ /सिंभावली। गूगल मैप के सहारे यदि आप गंतव्य पर पहुंचना चाहते हैं, तो हो सकता हैं आप रास्ता भटक जाएं। गूगल मैप क्रॉस मैपिंग की वजह से कई बार गंतव्य की जगह कहीं और पहुंचा दे रहा है। जिससे अनजान लोगों को भटकना पड़ रहा है। मंगलवार की रात दिल्ली से दो कार में सवार करीब 10 बराती इसी कारण रास्ता भटक गए। उन्हें दिल्ली से मेरठ के बक्सर गांव पहुंचना था, लेकिन वह सिंभावली के बक्सर में पहुंच गए। हालांकि लोगों से पूछताछ के बाद वह सही स्थान के लिए रवाना हो गए।
वर्तमान में तकनीकी का जमाना है और ज्यादातर लोग अपने गंतव्यों को जाने के लिए किसी से रास्ता पूछने के बजाए गूगल मैप का सहारा लेना पसंद करते हैं। लेकिन, कई बार गूगल मैप गलत या लंबी दूरी का रास्ता बता देता है। किसी को पांच किलोमीटर जाने के लिए 15 किमी की दूरी तय करनी पड़ रही है, तो किसी को सटीक लोकेशन पर न ले जाकर आसपास के गांवों में उलझा दे रहा है।
रात को अक्सर ग्रामीण क्षेत्रों में सन्नाटा होने की वजह से लोग रास्ता भी नहीं पूछ पा रहे हैं। मंगलवार की रात दिल्ली के रोहणी से रास्ता भटककर सिंभावली के बक्सर गांव पहुंचे कार सवार बरातियों के साथ भी कुछ ऐसा हुआ। गूगल के बताए रास्ते पर चलकर वह भटक गए। दरअसल उन्हें मेरठ जनपद के गांव बक्सर में अपने दोस्त की बरात में जाना था, जिस कारण उन्होंने गूगल मैप पर बक्सर डाल दिया।
उसके बाद वह सीधा मेरठ के बक्सर के बजाए सिंभावली के बक्सर पहुंच गए। देर रात को कुछ लोग जागते हुए मिले, उनसे रास्ता पूछने के बाद वह मेरठ के बक्सर तक बरात में पहुंच पाए। इससे उनका लगभग दो घंटे का समय बर्बाद हुआ। गूगल मैप के आने से हमारी लाइफ आसान तो हो गई है, लेकिन कई बार मैप में गलत रास्तों का सामना करना पड़ता है, जिसके चक्कर में उन्हें कहीं भी पहुंचने में देरी हो जाती है। यह घटना यह भी दिखाती है कि पूर्णतः इन पर निर्भर रहना कभी-कभी गलतफहमी या भ्रम का कारण बन सकता है।