जनपद हापुड़ में गर्मी ने लोगों का बुरा हाल कर रखा है। इंसान के साथ-साथ मशीनें भी गर्मी की मार नहीं झेल पा रही हैं। भीषण गर्मी में रेडिएटर में दिक्कत होने से बसों का भी तापमान बढ़ रहा है। प्रतिदिन छह से आठ बसों में दिक्कत आ रही, पार्ट्स नहीं मिलने के कारण चार बसें वर्कशॉप में खड़ी हैं।
इन दिनों भीषण गर्मी के चलते पुरानी बसों में रेडिएटर की दिक्कत आ रही है। मेरठ रोड स्थित रोडवेज डिपो परिसर में रोडवेज बसों की मरम्मत के लिए वर्कशॉप बना है। जहां से नियमित जांच के बाद बसों को उनके विभिन्न रूटों पर रवाना किया जाता है। डिपो से बरेली, मुरादाबाद, नोएडा, दिल्ली, लखनऊ सहित अन्य मार्गों पर 106 बसों का संचालन किया जाता है।
डिपो की बसों से रोजाना हजारों यात्री सफर करते हैं, जिससे डिपो को लगभग 16 लाख रुपये प्रतिदिन की आमदनी होती है। लेकिन गर्मी में जहां बढ़ते तापमान के साथ लोगों का बुरा हाल हो रहा है, वहीं डिपो की बसों का तापमान भी बढने से यात्रियों का सफर मुश्किल हो रहा है।
क्योंकि बसों के रेडिएटर में दिक्कत होने की वजह से बसों के इंजन गर्म हो रहे हैं। भीषण गर्मी में रेडिएटर गर्म हो जाते है जिससे रोडवेज बसों का तापमान बढ़ रहा है। पिछले कई दिनों से रोजाना छह से आठ बसें रेडिएटर में दिक्कत होने के कारण वर्कशॉप में पहुंच रही हैं। जबकि कुछ पार्ट्स न मिलने के कारण पहले से ही बसें वर्कशॉप में खड़ी हैं।
वर्कशॉप सीनियर फोरमैन राजीव कुमार- ने बताया की गर्मी के चलते पुरानी बसों में रेडिएटर की दिक्कत आ रही है। पिछले कुछ दिनों में इस प्रकार की दुविधा बढ़ी है। स्पेयर पार्ट्स की कमी को दूर करने के लिए मुख्यालय को पत्र भेजा जा चुका है।