गढ़मुक्तेश्वर। रविवार सुबह आई तेज आंधी और बारिश ने गढ़ क्षेत्र के बागवानों की मेहनत पर पानी फेर दिया। लंबे समय से अच्छे उत्पादन की उम्मीद लगाए बैठे किसानों के चेहरों पर अब मायूसी साफ झलक रही है। आंधी में हजारों पेड़ों से कच्चे आम टूटकर गिर गए हैं, जिससे फसल को करीब 40% तक नुकसान होने का अनुमान है।
गढ़मुक्तेश्वर और आसपास के क्षेत्र को ‘मैंगो बेल्ट’ के नाम से जाना जाता है। यहां हजारों एकड़ भूमि पर आम के बाग हैं, जिन्हें देशभर के कारोबारी ठेके पर लेते हैं। यहां का आम न केवल अन्य जिलों में, बल्कि विदेशों में भी भेजा जाता है।
छोटे आम नहीं बिक रहे, नुकसान हुआ दोगुना
इस बार बंपर पैदावार की संभावना थी, लेकिन पिछले चार दिनों में दो बार आई आंधी और बारिश ने उत्पादन पर संकट ला दिया। बागों में अब कच्चे और छोटे आमों के ढेर लग गए हैं, जिन्हें खरीदार नहीं मिल रहे। मजबूरी में किसान औने-पौने दामों में आम बेचने को मजबूर हैं।
बागवान यूसुफ ने बताया, “इस बार पेड़ों पर बोर अच्छा था, पर बार-बार आंधी-बारिश ने फसल को बर्बाद कर दिया। छोटे आम बाजार में नहीं बिकते और अचार के लायक भी नहीं रहते क्योंकि ज़मीन पर गिरने से वे खराब हो जाते हैं।”
कारोबारी भी हैं परेशान
आम कारोबारी नईमुद्दीन का कहना है कि आम अभी पूरी तरह तैयार नहीं हुए थे, इसलिए ‘पाल’ भी नहीं लगाया जा सकता। आम के गिरने से व्यापारियों को भी बड़ा घाटा उठाना पड़ा है।
अगर मौसम का यही मिजाज बना रहा, तो आने वाले दिनों में आम की बाजार में आपूर्ति और भी प्रभावित हो सकती है। इससे उपभोक्ताओं को भी महंगे दामों में आम खरीदने पड़ सकते हैं।