भूमि अधिग्रहण के विरोध में हुई हिंसा में नामजद किसानों की हो सकती है संपत्ति कुर्क
जनपद हापुड़ के पिलखुवा में वर्ष 2006 में भूमि अधिग्रहण के विरोध में हुई हिंसा में नामजद किसानों के न्यायालय में पेश नहीं होने पर वारंट जारी होने, कुर्की की उदघोषणा के बाद अब कुर्की के नोटिस चस्पा कर कार्यवाही होने की जल्द ही संभावना जताई जा रही है।
सीओ वरूण मिश्रा ने बताया कि पुलिस ने चार्जशीट भी दाखिल कर दी। किसान न्यायालय में तारीख पर नहीं गए। बताया कि दिसंबर माह में कूर्की की उदघोषणा की जा चुकी है।
सीओ की माने तो अभी यदि किसान न्यायालय में पहुंच जाते है, तो संभवत है, कुर्की की कार्यवाही से बचा जा सकता है। वर्ष 2004 में रिलायंस पावर प्रोजेक्ट के लिए धौलाना के सात गांवों की भूमि का अधिग्रहण किया था।
इसके विरोध में आठ जुलाई 2006 को किसान हिंसा पर उतर आये थे। धौलाना, पिलखुवा में 500 के किसानों पर मामला दर्ज हुआ था। अनेक किसानों की मौत हो चुकी है। वहीं, किसान कुर्की से डरे हुए है।