जनपद हापुड़ में मंडी में सब्जियों की भरपूर आवक के बाद भी सब्जियों के दाम कम नहीं हो रहे हैं। मंडी से घर तक पहुंचने में सब्जियों के दाम दो गुना तक बढ़ रहे हैं। गुणवत्ता के आधार पर अलग अलग दामों पर बिक्री की जा रही।
सब्जियों के रेट लगातार बढ़ रहे हैं। इससे लोगों की जेब ढीली हो रही है। हालांकि किसान मंडी में जो सब्जी बेचता है, वह काफी सस्ती होती है, लेकिन ग्राहक तक पहुंचते-पहुंचते इसकी कीमत दोगुनी हो जाती है।
इन दिनों स्थानीय व बाहरी क्षेत्रों से मंडी में सब्जियों की भरपूर आवक हो रही है। जिससे मंडी में थोक भाव कम चल रहे हैं और किसानों को उनकी फसल के उचित दाम नहीं मिल पा रहे हैं। लेकिन सब्जियों के कम दाम का फायदा लोगों को नहीं मिल पा रहा है और उन्हें अपनी जेब ढीली करनी पड़ रही है।
मंडी में टमाटर चार रुपये से छह रुपये किलो तक बिक रहा है। लेकिन घरों तक पहुंचते हुए टमाटर के दाम 10 से 15 रुपये किलो तक पहुंच रहे हैं। इसके साथ ही कांशीफल, शिमला मिर्च, बैगन, लौकी, भिंडी सहित अन्य सब्जियों के दाम मंडी से रसोई तक पहुंचने में तीन गुना तक बढ़ रहे हैं।
सब्जी विक्रेता किशोर कुमार का कहना है कि इन दिनों मंडी में आसपास की फसलों के साथ अन्य जिलों की सब्जियां आ रही हैं। स्थानीय सब्जियों व दूसरे जिलों की सब्जियों के दामों में काफी अंतर हैं, इसलिए गुणवत्ता के आधार पर सब्जियां अलग अलग दामों पर बेची जा रही हैं।