हापुड़ में मांसपेशियों और हड्डी का दर्द मरीजों को परेशान कर रहा है। बदलते मौसम में हर घर में ऐसा मरीज है, रविवार को जन आरोग्य मेलों में भी 1596 मरीज पहुंचे। इसके साथ ही लोग खांसी, जुकाम व बुखार के मरीजों की संख्या भी बढ़ी है। अस्पतालों की ओपीडी में भी ऐसे मरीजों की भरमार है।
इन दिनों तापमान में बहुत अधिक अंतर है। अधिकतम तापमान 22 और न्यूनतम छह डिग्री सेल्सियस बना हुआ है। दिन में गर्मी के कारण लोग गर्म कपड़े पहनने से परहेज कर रहे हैं। जबकि, रात्रि में तापमान कम है। यही कारण है कि लोग बीमार पड़ रहे हैं। मौसम में आए बदलाव के कारण लोग बुखार, खांसी, जुकाम आदि बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा।
लगभग हर चौथे घर में सर्दी, जुकाम और वायरल बुखार के मरीज हैं। जबकि, बच्चों में निमोनिया का असर अधिक है। रविवार को जन आरोग्य मेलों में ऐसे मरीजों की भरमार रही। हालांकि कई अस्पतालों में चिकित्सकों के नहीं होने से फार्मासिस्टों ने ही उपचार किया।
फिजिशियन डॉ. प्रदीप मित्तल ने बताया कि वर्तमान समय में बदलते मौसम को देखते हुए लोगों व विशेष रूप से छोटे बच्चे और अधिक उम्र के लोग गर्म पानी को पीएं। सुबह और शाम के समय घर से बाहर निकलने पर गर्म कपड़े पहनें। साथ ही सिर व कानों को ढक्कर रखें। साथ ही इस मौसम में श्वांस संबंधी बीमारियां, एलर्जी, अस्थमा, हृदय संबंधित बीमारियां हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक के मामले भी सामने आते हैं।
इसलिए बीमारियों से बचने के लिए लोग अपनी दिनचर्या में बदलाव करें। खान-पान में भी विशेष तौर का बदलाव कर हरी सब्जियों का सेवन करें। सर्दियों में हरी सब्जियों के खाने से यह शरीर को तंदुरुस्त रखती है।