➤ सीएमओ ने चार सदस्यीय कमेटी गठित की, परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप
सिंभावली (हापुड़)। गांव बक्सर स्थित पीएचसी (प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र) में नवजात को समय पर ऑक्सीजन न मिलने और बाद में उसकी मौत के मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) ने संज्ञान लेते हुए चार सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया है। टीम जल्द ही दोनों पक्षों के बयान दर्ज कर अपनी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को सौंपेगी।
📍 क्या है मामला?
गांव बक्सर निवासी मोनू की पत्नी भूरी को प्रसव पीड़ा होने पर पीएचसी में भर्ती कराया गया। दो घंटे बाद उसने एक बेटी को जन्म दिया, लेकिन जन्म के तुरंत बाद बच्ची को सांस लेने में दिक्कत होने लगी।
- स्टाफ नर्स ने बच्ची को हायर सेंटर रेफर करने की बात कही।
- परिजन बच्ची को स्वयं मेरठ के निजी अस्पताल लेकर गए, जहां बच्ची की मौत हो गई।
🗣️ परिजनों के आरोप
शोकग्रस्त परिजनों ने आरोप लगाया कि:
- पीएचसी पर ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं थी।
- स्टाफ ने समय पर इलाज नहीं दिया, जिससे नवजात की मौत हुई।
🕵️♂️ जांच टीम कर रही पड़ताल
मामले की गंभीरता को देखते हुए सीएमओ ने चार सदस्यीय जांच टीम का गठन किया है। वहीं, सिखेड़ा सीएचसी प्रभारी डॉ. अमित बैसला ने मंगलवार को मौके पर पहुंचकर प्रारंभिक जांच की।
- डॉ. बैसला ने बताया कि ऑक्सीजन सिलिंडर भरे हुए मिले हैं।
- स्टाफ नर्स का कहना है कि परिजनों को सरकारी एंबुलेंस से भेजने को कहा गया था, लेकिन वे खुद निजी वाहन से चले गए।
📄 क्या बोले अधिकारी?
डॉ. अमित बैसला ने कहा:
“जांच टीम दोनों पक्षों से बातचीत कर रही है। पूरी रिपोर्ट बनाकर सीएमओ कार्यालय को भेजी जाएगी। जांच के आधार पर ही आगे की कार्यवाही की जाएगी।”
![]()
![]()