परिवहन निगम के दावों की खुली पोल, खचाखच भरी बसों में खड़े होकर करनी पड़ी यात्रा
हापुड़ | रक्षाबंधन के त्योहार पर भाइयों से राखी बांधकर लौट रही बहनों का सफर रविवार को थकान और परेशानी से भरा रहा। बसों के इंतजार, भीड़भाड़, और धक्का-मुक्की ने यात्रा को और भी कठिन बना दिया।
जहां परिवहन निगम ने त्योहार को देखते हुए हर मार्ग पर बेहतर संचालन का दावा किया था, वहीं जमीनी हालात कुछ और ही कहानी बयां कर रहे थे।
📍 कहां-कहां हुई सबसे ज्यादा दिक्कत:
- दिल्ली–नोएडा मार्ग:
- दावा: हर 15 मिनट पर बस
- हकीकत: 30-40 मिनट तक इंतजार, बस आते ही धक्का-मुक्की
- मेरठ–बुलंदशहर मार्ग:
- पीछे से ही पूरी भरकर आ रही थीं बसें
- स्टॉप पर नहीं रुक रही थीं कई बसें
- किठौर और मोदीनगर मार्ग:
- खचाखच भरी बसें, बैठने की जगह तो दूर, खड़े होने की भी मुश्किल
🚶♀️ खड़े होकर किया सफर, कोई विकल्प नहीं
त्योहार के बाद बहनें जब घर लौटने के लिए बस अड्डों पर पहुंचीं, तो उन्हें घंटों बसों का इंतजार करना पड़ा। जैसे-तैसे बस मिली भी, तो उसमें भीड़ इतनी ज्यादा थी कि उन्हें खड़े होकर ही सफर करना पड़ा। कई स्थानों पर महिलाएं बच्चों के साथ यात्रा कर रही थीं, जिससे हालात और गंभीर हो गए।
🗣️ प्रशासन की सफाई:
“रविवार को सभी रूटों पर नियमित बसों का संचालन किया गया था। कुछ मार्गों पर जाम और ट्रैफिक के कारण अस्थायी विलंब हुआ, जिसे जल्द दूर कर लिया गया।”
— रणजीत सिंह, सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक, रोडवेज
❗ सोमवार को और बढ़ सकती है परेशानी
त्योहार के अगले दिन यानी सोमवार को नौकरी और व्यवसाय पर लौटने वालों की भीड़ भी बस अड्डों पर उमड़ने की आशंका है। ऐसे में प्रशासन को अतिरिक्त प्रबंध करने की ज़रूरत है ताकि यात्रियों को राहत मिल सके।