जनपद हापुड़ में दोयमी रोड स्थित वृद्धाश्रम में रह रहे बुजुर्गों को दस महीने से सरकारी मदद नहीं मिली। जिसके कारण वृद्धाश्रम के रसोइये हड़ताल पर चले गए, दिनभर खाना नहीं मिलने से बुजुर्ग भूख से तड़पते रहे।
दरअसल, दोयमी रोड पर जन हितकारी सेवा समिति द्वारा आवासीय वृद्धाश्रम चलाया जा रहा है। वृद्धाश्रम में करीब 50 बुजुर्ग रह रहे है। दूर दराज से आए बुजुर्ग इसमें रहते हैं, जिन्हें शासन हर महीने करीब पांच लाख रुपये की ग्रांट देता है। जिला स्तरीय अधिकारी और जनप्रतिनिधि भी समय-समय पर वृद्धाश्रम का निरीक्षण करते हैं। लेकिन एक साल से वृद्धाश्रम को सरकारी मदद नहीं मिली है। जिससे उन्हें समय से खाना, पानी और जरूरत की अन्य चीजें मुहैया नहीं हो रही है।
वृद्धाश्रम की प्रबंधक रितिका शर्मा ने बताया कि शासन से पैसा नहीं मिलने के कारण समस्या बन रही है। वृद्धाश्रम के रसोइये एक साल से बिना वेतन के काम कर रहे है। एक साल से बिना वेतन के काम कर रहे रसोइयों ने शुक्रवार को हड़ताल कर दी।
ऐसे में बुजुर्गों को सुबह, दोपहर, शाम का खाना नहीं मिल सका। दिनभर भूख से तिलमिलाएं बुजुर्ग भूख से तड़पते रहे। शाम को अधिकारी के हस्तक्षेप के बाद बाहर से रसोइया बुलाकर खाना बनवाया गया।
वृद्धाश्रम का जायजा लिया तो सभी बुजुर्गों ने एक स्वर में कहा कि घर से परेशान होकर वे यहां आए हैं। लेकिन खाना नहीं मिलने से उनका स्वास्थ्य खराब हो रहा है। उधर, रसोइयों ने कहा कि एक साल से वेतन नहीं मिलने के कारण बच्चों का पालन पोषण मुश्किल से हो रहा है, ऐसे में कब तक फ्री में कार्य करते रहे। खाना न दिए जाने को लेकर फूलवती, सूरज सिंह, कांति प्रसाद, अजब सिंह, हरपालऔर अन्य सभी मौजूद लोगों ने शिकायत दर्ज करायी।
वृद्धाश्रम संबंधी फाइल मार्च महीने में ही पूरी कर भेजी जा चुकी है। निदेशालय से भुगतान होना है, बुजुर्गों को भूखा नहीं रहने दिया जाएगा। आश्रम प्रबंधन को इस संबंध में निर्देशित कर दिया है।