जनपद हापुड़ के पिलखुवा में जिला प्रशासन के लिए एमआरएफ (मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी) सेंटर का निर्माण करना चुनौती पूर्ण बना है।
इससे पहले भी पालिका अधिकारी दो जगह सेंटर का निर्माण कार्य शुरू करा चुकी है, जो लोगों के विरोध के कारण बीच में रोकना पड़ा है। इधर सेंटर का निर्माण कार्य। पूर्ण नहीं होने के कारण कार्यदायी संस्था का पेमेंट रुका है। ठेकेदार भुगतान के लिए पालिका दफ्तर के चक्कर लगा रहा है।
नगर पालिका परिषद करीब 35 लाख रुपये की लागत की शैलेष फार्म कॉलोनी स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) के पास 500 वर्ग फुट जमीन में एमआरएफ सेंटर का निर्माण कार्य शुरू कराया था।
जिसका शैलेष फार्म कॉलोनी के अलावा मोहल्ला न्यू आर्य नगर, शिवाजी नगर, रेलवे रोड, छीपी बाड़ा, अचपल गढी, खैरापुर-खैराबाद समेत अन्य ग्रामीणों के विरोध के चलते निर्माण कार्य को बीच में ही रोक दिया गया है। सेंटर का निर्माण कार्य रुका होने के बाद भी अधिकारियों ने लोगों से वार्ता कर समस्या का हल निकालना भी उचित नहीं समझा है।
पिलखुवा। गालंद जंगल में डंपिंग ग्राउंड (वेस्ट टू एनर्जी प्लांट) के लिए गाजियाबाद नगर निगम द्वारा चिन्हित की गई जमीन की चारदीवारी का निर्माण कार्य जल्द शुरू होगा। इसके लिए जिला प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। इसी क्रम में जिला प्रशासन ने नगर निगम को पत्र लिखकर निर्माण कार्य पूरा होने का समय बताने के लिए कहा है।
एसडीएम धौलाना दिग्विजय सिंह ने कहा कि वेस्ट टू एनर्जी प्लांट लगाने का विरोध करने वाले ग्रामीणों और उच्चाधिकारियों की वार्ता कराई जाएगी। पिछले दिनों ग्रामीणों के साथ गालंद पंचायत घर पर बैठक की गई थी। बैठक में ग्रामीणों ने अपनी समस्याएं रखी थी।