हापुड़ में कक्षा एक और दो के छात्रों में आवंटन के लिए आयी किताबें बारिश में भीग गई। इसकी किसी को भनक भी नहीं लगी। किताबों को यहां सत्यापन के लिए रखवाया है। उधर, बाजार में एनसीईआरटी की किताबें भी शॉर्ट हैं, जिस कारण कोर्स पूरे नहीं हो पा रहे हैं। छात्र अधूरे कोर्सों से पढ़ाई कर रहे हैं।
एक अप्रैल से शैक्षिक सत्र शुरू हो चुका है। कांवेंट स्कूलों में एक तिहाई कोर्स भी पूरा करा दिया गया है, लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय स्कूलों में अभी किताबों का वितरण ही नहीं हो सका। दरअसल, इस बार कक्षा एक और दो के छात्रों को एनसीईआरटी की किताबें मुहैया कराने का निर्णय लिया गया था। हापुड़ को इन कक्षाओं की किताबों का आवंटन भी हो गया।
सत्यापन नहीं होने के कारण इन्हें डायट परिसर स्थित उत्तर प्रदेश भारत स्काउट्स और गाइड्स के मुख्य कार्यालय में रखवा दिया। उसकी खिड़की भी खुली छोड़ दी गई। बृहस्पतिवार को बरसात में किताबें भी भीगी। लेकिन अफसरों को इसकी भनक नहीं लगी, दोपहर 12 बजे तक ताला ही जड़ा था। माध्यमिक शिक्षा परिषद से जुड़े स्कूलों में एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम संचालित हैं। लेकिन बाजार में एनसीईआरटी की किताबें ही उपलब्ध नहीं हैं।
बीएसए रितु तोमर- ने बताया की कक्षा एक और दो की किताबें हाल ही में मिली हैं, जिनका अभी सत्यापन होना है। इसलिए किताबें रखवाई थीं, रख रखाव के कड़े निर्देश दिए गए हैं। जल्द ही छात्रों में इनका वितरण होगा।