हापुड़ में सूरज की किरणें अब तीखी होने लगी है। सूर्यादय के साथ ही धूप तेज हो रही है। जिससे गर्मी का प्रकोप बढ़ते ही मरीजों को उच्च रक्तचाप की समस्या परेशान करने लगी है। बेहोशी की हालत में मरीज अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं। मार्च से अब तक करीब 2500 नए मरीज चिह्नित किए गए हैं, जिनकी काउंसलिंग कराई गई है। 25 फीसदी मरीजों की दवाएं भी शुरू हो गई हैं।
बढ़ती गर्मी ने लोगों को बेहाल कर दिया है। दिन-प्रतिदिन तापमान में उछाल से भीषण गर्मी व उमस बढ़ रही है। जिससे मरीजों को उच्च रक्तचाप की समस्या परेशान करने लगी है। फिजिशियन डॉ. अशरफ अली ने बताया कि तापमान के अचानक बढ़ने से प्रतिरोधक क्षमता प्रभावित हो रही है। रक्त का संचार भी गड़बड़ा गया है। सिर में दर्द की समस्या लेकर अस्पताल आने वाले मरीजों का रक्तचाप बढ़ा हुआ मिल रहा है। इसमें लापरवाही बरतने वाले कई मरीज बेहोशी की हालत में भी अस्पताल आए हैं।
काउंसलर डॉ ऊषा गुप्ता ने बताया कि खानपान और दैनिक दिनचर्या को नियमित रखने से भी इस तरह की समस्या से बचा जा सकता है। खानपान में असंतुलन रक्तचाप और मधुमेह का कारण बन रहा है। मरीजों की पहले काउंसलिंग की जा रही है, जरूरत पड़ने पर ही दवाएं शुरू हो रही हैं।
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ समरेंद्र राय ने बताया कि ओपीडी में रोजाना 150 से अधिक बच्चे आ रहे हैं। इनमें लगभग 30 फसदी बच्चों को उल्टी- दस्त, तेज बुखार, पीलिया, डिहाइड्रेशन की परेशानी मिल रही है। इसमें घनी आबादी वाले क्षेत्र के बच्चे अधिक हैं।