हापुड़। जनवरी में 24 डिग्री सेल्सियस तापमान से रबी की फसलें झुलसने लगी हैं। सरसों, दलहन का रकबा पिछले साल के मुकाबले बढ़ा है, लेकिन बढ़ते तापमान से तिलहन-दलहन की फसलों को नुकसान हैं। गेहूं का रकबा भी घटने के आसार हैं, क्योंकि जनवरी महीने में गेहूं की कम बुवाई हुई है और तापमान बढ़ने से गेहूं की फसल झुलसने लगी हैं। वही आलू और मटर पर भी खतरा मंडरा रहा हैं।
जिले में गन्ना और गेहूं मुख्य फसलों में हैं। पिछले साल किसानों ने इन फसलों से दूरी बनाकर तिलहन और दलहन को प्राथमिकता दी है। समय से पर्चियां न मिलने के कारण करीब 25 से 30 फीसदी गेहूं की फसल किसान जनवरी में लगाते थे। लेकिन इस बार दिसंबर के अंत से जनवरी तक दो बार बरसात हुई, जिस कारण गेहूं की बुवाई नहीं हो सकी।
15 जनवरी के बाद तापमान में लगातार बढ़ोतरी के कारण किसानों ने पछैती फसल लगाई ही नहीं। इसके साथ ही किसानों ने आलू, मटर, सरसों, मसूर, चना की बुवाई जरूर की है, लेकिन जनवरी महीने में 24 डिग्री तापमान से इन फसलों की रंगत उड़ गई है। ऐसे में बढ़ते तापमान से उत्पादन पर असर पड़ेगा। किसानों को इस बार फसलों का उत्पादन गिरने का खतरा सता रहा है।