हापुड़ में अप्रैल की शुरूआत होते की मौसम का मिजाज बदला बदला दिखाई दें रहा है। प्रदेश में विभिन्न स्थानों पर हुई ओलावृष्टि और बारिश से हवा ठंडी हो गई है जिससे तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। लेकिन दिन में तेज धूप के चलते धूप का असर बरकरार है। ऐसे में जुकाम, नजला के मरीज भी बढ़ रहे हैं,
मार्च की विदाई से पहले सूरज के तेवर तीखे थे। मार्च की समाप्ति तक गर्मी का प्रकोप बढ़ने से अधिकतम तापमान 36 डिग्री और न्यूनतम तापमान 22 डिग्री तक पहुंच गया था। लेकिन अप्रैल की शुरूआत होते की मौसम का रुख बदलने लगा है, कई स्थानों पर एक अप्रैल को बारिश और ओलावृष्टि होने से लोगों को गर्मी से राहत मिली। इसका असर जिले में भी दिख रहा है। बारिश के बाद हवा ठंडी हो गई है और तापमान में भी तीन डिग्री की गिरावट देखने को मिली है। लेकिन दिन में तेज धूप के कारण गर्मी का असर अभी भी दिख रहा है। मंगलवार को अधिकतम तापमान 32 डिग्री व न्यूनतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
रात व सुबह में ठंडी हवा और दिन में तेज धूप से लोगों की सेहत पर भी असर पड़ रहा है। मच्छरों से राहत पाने के लिए लोग रात में पंखे का सहारा ले रहे हैं, वहीं ठंडी हवाओं से मौसम भी ठंडा हो रहा है। ऐसे में लोग बीमार पड़ रहे है। चिकित्सक लोगों को विशेष एहतियात बरतने की सलाह दे रहे हैं। चिकित्सक लोगों को सुबह शाम ठंडा पानी का सेवन न करने, रात में एसी, पंखे से दूरी बनाए रखने की सलाह दे रहे हैं।
वहीं मौसम वैज्ञानिक डॉ. अशोक कुमार का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से बुधवार से तामपान में बढ़ोत्तरी होने का अनुमान है। आने ताले दिनों में गर्मी का प्रकोप बढ़ने लगेगा।