हापुड़ में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले को टीबी मुक्त करने की मुहिम चलाई जा रही है, दस दिन में कुल आबादी के 20 फीसदी (3.20 लाख लोग) की जांच होगी। स्वास्थ्य विभाग से टीमें गठित कर दी गई हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम 9 सितंबर से घर-घर जाकर जांच करेंगी, इनमें आशा, एएनएम, आंगनबाड़ी घर-घर जाकर संदिग्धों को चिह्नित कर जांच करेंगी।
मिश्रित और घनी आबादी वाले इलाकों में टीबी के मरीजों की अधिकता है। वर्तमान में सरकारी और निजी अस्पतालों में 2657 मरीजों का इलाज चल रहा है, इनमें 155 एमडीआर श्रेणी में हैं। घनी आबादी के बीच एक ही मरीज कई को बीमार बना सकता है। जिस कारण विभाग ने स्क्रीनिंग का निर्णय लिया है।
सीएमओ डॉ. सुनील त्यागी ने बताया कि अभियान 9 सितंबर से 20 सितंबर तक चलेगा। इसमें 200 से अधिक टीमें घर घर जाकर करीब 3.20 लाख लोगों की जांच करेंगी। जिनमें दो सप्ताह से अधिक खांसी, बुखार, बलगम में खून आना, भूख की कमी, वजन कम होना, रात में पसीना आना, गले में गांठ होना, महिलाओं में बांझपन की समस्या जैसे लक्षण हैं उनके सैंपल जुटाए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि मलीन बस्ती, हाई रिस्क जनसंख्या, अनाथालय, वृद्धाश्रम, नारी निकेतन, बाल संरक्षण गृह, मदरसा, फल मंडी, रईंट भट्ठा पर अभियान चलाकर संदिग्धों को चिह्नित किया जाएगा। जिले में अब तक पांच ग्राम पंचायत टीबी मुक्त घोषित हो चुकी हैं, जबकि 40 ग्राम पंचायत इसकी श्रेणी में जल्द शामिल हो सकती हैं। एक ही मरीज कई को बीमार बना सकता है। जिससे लोगों से जागरूक रहने की अपील की गई है।