हापुड़ में टीबी के मरीजों के लिए जल्द ही एक सप्ताह की दवा की सुविधा शुरू होगी। टीबी की दवाओं के लिए रोजाना भटक रहे दो हजार मरीजों को अब जल्द ही एक सप्ताह की दवा एक बार में मिलेगी। 15 हजार एफडीसी टू का स्टॉक मिल चुका है। साथ ही 30 हजार गोलियां भी दो दिन के अंदर मिलने की संभावना है। जिसका ऑर्डर हो चुका है। इससे बड़ी संख्या में मरीज लाभन्वित होंगे।
2025 तक देश को टीबी मुक्त करने की दौड़ हापुड़ में भी जारी है। लेकिन चुनाव की घोषणा के दौरान ही टीबी की दवाओं का काल पड़ गया। मरीजों को एक या दो दिन की दवाएं ही दी जाने लगी। करीब दो महीने से मरीज रोजाना घर से अस्पताल आते हैं, डॉट सेंटरों पर भी दवाओं की उपलब्धता बेहद कम है। ऐसे में मरीजों की दवाएं बीच में छूटने से भी इन्कार नहीं किया जा सकता।
हालांकि विभाग का दावा है कि हर रोज मरीजों को दवाएं दी गई हैं। बहरहाल, अब 15 हजार एफडीसी टू (दो गोलियों वाली स्ट्रीप) विभाग को आवंटित हो चुकी है। जिन्हें डॉट सेंटर और अस्पताल में पहुंचा दिया गया है। इसके साथ ही 28 गोली वाली स्ट्रिप भी दो दिन में आने की संभावना है, इस खैप में 30 हजार गोलियां आएंगी। कुल मिलाकर मरीजों के लिए 15 हजार खुराक तैयार की जा सकेंगी। इससे बड़ी संख्या में मरीजों को फायदा होगा। फिलहाल, टीबी के मरीजों को प्राइवेट बाजार से भी आसानी से दवा नहीं मिल रहीं। क्योंकि हर बार स्टोर पर नया पर्चा मांगा जाता है।
सीएमओ डॉ. सुनील त्यागी- ने बताया की टीबी की दवाओं का संकट अब खत्म होने जा रहा है। अभी भी मरीजों को दवाएं मिल रही हैं। 15 हजार एफडीसी टू टैबलेट मिल चुकी हैं। दूसरी दवाओं का स्टॉक भी दो दिन में आने की संभावना है।