जनपद हापुड़ में डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देने के लिए रेलवे ने ट्रेनों में रिजर्वेशन की जांच और खाली सीटों की स्थिति जानने के लिए टीटीई को टैबलेट मुहैय्या कराए। लेकिन दौड़ती ट्रेनों में नेटवर्क न होने के कारण ये टैबलेट शोपीस बनकर रह गए हैं। रिजर्वेशन चार्ट अपडेट नहीं हो पा रहा है। जिससे यात्रियों को परेशानी हो रही।
यात्रियों द्वारा ऐन वक्त पर टिकट कैंसिल कराने और ट्रेन छूटने पर आरक्षित सीट खाली रहने की जानकारी पहले टीटीई को नहीं मिल पाती थी और वह वेटिंग वाले यात्रियों को भी सीट नहीं दे पाते थे। इससे रेलवे को तो नुकसान होता ही था, यात्रियों को भी सीट खाली रहते हुए भी जगह नहीं मिल पाती।
इस समस्या के समाधान के लिए रेलवे. ने हापुड़ स्टेशन पर तैनात सभी 45 टीटीई को टैबलेट दिए गए। एक टैबलेट की कीमत 35 हजार रुपये हैं। इसके मिलने से टिकट चेकिंग स्टाफ को यह जानकारी मिल जाती है कि किस ट्रेन में कितनी सीटें खाली हैं। कहां तक खाली रहेंगी और किस स्टेशन से सीटें भरने वाली हैं।
लेकिन ट्रेनों के संचालन के दौरान नेटवर्क की दिक्कत होने से टीटीई ऑनलाइन चार्ट अपडेट नहीं कर पा रहे हैं। ट्रेन में सीट की जानकारी अपडेट न होने के कारण यात्रियों को खाली सीट की जानकारी नहीं मिल पाती है। जिससे लाखों रुपये की लागत से खरीदे गए टैबलेट शोपीस बनकर रह गए हैं। इससे वेटिंग और आरएसी वाले यात्रियों को खाली सीटें नहीं मिल पा रही हैं। जिससे यात्रियों को परेशानी हो रही।
मुख्य टिकट निरीक्षक एसपी सिंह का कहना है कि अधिकतर दौड़ती ट्रेनों में नेटवर्क की समस्या रहती है। ऐसे में टीटीई को ऑनलाइन चार्ट देखने और अपडेट करने में दिक्कतें आ रही हैं।