हापुड़ में क्षय रोग विभाग द्वारा सूर्य विहार स्थित स्वामी विवेकानंद अरुणोदय विद्यालय में शिविर लगाकर 120 बच्चों की जांच की गई। इसमें पांच बच्चों में टीबी के लक्षण मिले, जिनके नमूने लिए गए हैं। जांच के बाद ही इनमें पुष्टि हो सकेगी।
2025 तक जिले को टीबी मुक्त करने की तैयारी है। इसके लिए स्कूल, कॉलेज और कॉलोनियों व सार्वजनिक स्थानों पर कैंप लगाए जा रहे हैं। सोमवार को स्कूल में लगे कैंप में 120 बच्चों की स्क्रीनिंग की गई। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. राजेश सिंह ने बताया कि लक्षण के आधार पर पांच बच्चों में टीबी से मिलते जुलते लक्षण मिले। जिन्हें चिन्हित कर उनका सैंपल ले लिया गया है, जांच के बाद पता चल सकेगा कि बच्चे स्वस्थ हैं या उन्हें टीबी है। जिला पीपीएम समंव्यक सुशील चौधरी ने टीबी से बचने और सही पोषण लेने की सलाह दी।
क्षय रोग (टीबी) एक गंभीर फेफड़ों का संक्रमण है। टीबी हवा के माध्यम से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है, और यह संक्रमित शरीर के तरल पदार्थ (जैसे रक्त, लार) के संपर्क में आने से भी फैल सकता है। टीबी एक गंभीर बीमारी है जो बच्चों में ग्रंथियों में सूजन और अन्य लक्षण पैदा कर सकती है। यह बैक्टीरिया के कारण होता है जो हवा के माध्यम से फैलता है, आमतौर पर किसी ऐसे व्यक्ति द्वारा जिसे यह बीमारी है। टीबी से पीड़ित बच्चों को बुखार, शरीर में दर्द और खांसी हो सकती है।