हापुड़। थाना पिलखुवा पुलिस व जनपदीय स्वाट टीम ने थाना क्षेत्र के सिखेडा बम्बे में सूटकेस में मिले एक अज्ञात महिला के शव की घटना का खुलासा करते हुए हत्यारोपी प्रेमी को थाना क्षेत्र के सिखेडा बम्बे की पुलिया के पास से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने हत्यारोपी के कब्ज़े से मृतका नीलेश का सामान एक बैंक पास बुक, एक चैक, एक केवाईसी फार्म, एक आधार कार्ड, एक पैन कार्ड, दो मोबाइल फोन व घटना में प्रयुक्त कार बरामद की है।
पुलिस के मुताबिक हत्यारोपी प्रेमी सतेन्द्र ने अवैध सम्बन्धों के शक एवं उधार लिये रुपये ना दे पाने के कारण चुन्नी से गला घोटकर नीलेश की हत्या कर दी थी और लाश को ठिकाने लगाने के उद्देश्य से सूटकेस में भरकर नहर में फेंक दिया था। एसपी कुंवर ज्ञानंजय सिंह ने प्रेसवार्ता करते हुए बताया कि 30 मई को थाना पिलखुवा क्षेत्र के सिखेडा बम्बे में सूटकेस में एक अज्ञात महिला का शव मिला था। सूचना पर तत्काल पुलिस अधिकारी, फॉरेंसिक टीम व स्थानीय पुलिस द्वारा मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया गया था और महिला के शव की शिनाख्त कर महिला की हत्या का खुलासा करने के लिए टीमों का गठन किया गया था।
शुक्रवार को थाना पिलखुवा पुलिस और जनपदीय स्वाट टीम द्वारा महिला की हत्या की घटना का खुलासा करते हुए हत्यारोपी प्रेमी सतेन्द्र यादव पुत्र जगरूप निवासी ग्राम रहूटाखेर थाना कर्वी जिला चित्रकूट हाल पात- किरायेदार सरदार जी का मकान मोहल्ला विनोदनगर नियर प्रताप लाईब्रेरी वेस्ट दिल्ली को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि हत्यारोपी के कब्जे से मृतका का एक बैंक पास बुक, एक चैक, एक केवाईसी फार्म, एक आधार कार्ड, एक पैन कार्ड व घटना में प्रयुक्त कार बरामद हुई है। पुलिस पूछताछ में हत्यारोपी सतेन्द्र यादव ने बताया कि मृतका और मैं आपस में प्यार करते थे। जब मृतका को किडनी की बीमारी थी तो वह धर्मशिला अस्पताल दिल्ली में भर्ती रही थी।
मैं उसके पास अस्पताल में मिलने जाता था। जहां पर मेरी उसके पिताजी और भाइयों से भी मुलाकात हुई थी और मृतका नीलेश ने अपने घर वालो से मुझे अपना दोस्त बताया था। हत्यारोपी ने बताया कि पिछले वर्ष अक्टूबर में पटियाला में हल्दीराम के रैस्टॉरेंट के निर्माण के सम्बन्ध में वह कम्पनी की तरफ से गया था। जहां वह करीब 5 महीने रहा था। उसने बताया कि उस दौरान जब वह रात्रि में मृतका नीलेश के फोन नंबर पर कॉल करता तो उसका फोन अक्सर बिजी आता था। तो मुझे बहुत बुरा लगता था जिस पर मुझे शक होता था कि वह किसी और व्यक्ति के सम्बन्ध में आ गयी है।
तभी से हमारे बीच मन मुटाव चल रहा था जिसके बाद मैं दिल्ली आ गया था और नीलेश से मिलने पर कई बार उसके फोन को चैक करने की कोशिश की लेकिन उसमें लॉक लगा रखा था। हत्यारोपी ने बताया कि मृतका नीलेश अपना फोन चैक नहीं करने देती थी। उसने बताया कि 28 मई को नीलेश मुझसे मिलने दोपहर मेरे कमरे पर आयी थी। मैने नीलेश से 5.25 लाख रुपये उधार लिये थे। जिनसे मैने कार खरीद ली थी तथा वह उधार दिये रुपये में से 2 लाख रूपये मांग रही थी।
मेरे पास उस वक्त पैसे नहीं थे मैंने उससे पैसे वापस करने के लिये कुछ समय मांगा लेकिन वह मुझ पर उसी समय पैसे देने का दबाव बना रही थी। जिस कारण गुस्से में आकर चुन्नी से उसका गला घोंट दिया जिससे मोके पर नीलेश की मौत हो गयी।
पुलिस पूछताछ में हत्यारोपी ने बताया कि उसने अपने कमरे पर रखे आसमानी रंग के स्टकेस में नीलेश के शव को रखकर सटकेस बंद कर दिया और रात होने का इंतजार करने लगा। रात के लगभग 9 बजे उसने अपना फोन भी बंद कर लिया और रात के अंधेरे का फायदा उठाकर नीलेश के शव वाले सूटकेश को खींचकर बाहर गली में खड़ी अपनी महिन्द्रा टीयूवी कार की डिग्गी में सूटकेस को रखकर नीलेश के शव को किसी अनजान जगह छिपाने के लिये चल दिया। रास्ते में गाजीपुर के पास गंदे नाले मे नीलेश का फोन तोडकर फेंक दिया था और उसके बाद में दिल्ली से मुरादाबाद की तरफ चल दिया। हत्या आरोपी ने बताया कि उसने अपनी प्रेमिका की लाश को ठिकाने लगाने के उद्देश्य से पिलखुवा थाना क्षेत्र के सिखेड़ा बम्बे के पास कर की डिग्गी से महिला के शव को निकालकर रजवाहे मे फेंक दिया था। शुक्रवार को पुलिस ने ब्लाइंड मर्डर का खुलासा करते हुए हत्या आरोपी प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है। एसपी कुंवर ज्ञानंजय सिंह ने ब्लाइंड मर्डर का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को उत्साहवर्धन हेतु 25 हज़ार रुपये का नगद ईनाम देकर सम्मानित किया।