जनपद हापुड़ के बाजघाट में पहाड़ी और मैदानी इलाके में हो रही बारिश और बिजनौर बैराज से लगातार पानी छोड़े जाने के कारण गढ़-ब्रजघाट क्षेत्र में गंगा जलस्तर में एक बार फिर तेजी से बढ़ोत्तरी हुई है। शनिवार को घटने के बाद रविवार शाम तक एक बार फिर गंगा उफान पर पहुंच गई। जल स्तर येलो अलर्ट से महज 35 सेंटीमीटर नीचे है। प्रशासन ने गंगा में नाव के संचालन पर रोक लगा दी है।
बाढ़ कंट्रोल रूम मेरठ के अनुसार जहां शुक्रवार की शाम ब्रजघाट में गंगा का जलस्तर 197.60 मीटर था वहीं, शनिवार को उसमें 30 सेंटीमीटर की कमी हुई, जो 197.30 मीटर (समुद्र तल से) के निशान पर पहुंच गया। बिजनौर बैराज से डिस्चार्ज किया गया 1,28, 259 क्यूसेक पानी रविवार को क्षेत्र में पहुंचा, जिससे एक बार फिर काफी तेजी जलस्तर में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। रविवार की शाम छह बजे क्षेत्र में गंगा का जलस्तर 198.55 मीटर तक पहुंच गया, जो येलो अलर्ट से महज 35 सेंटीमीटर कम है।
जिससे खादर क्षेत्र में गंगा तटीय कुछ गांवों के निचले जंगल में पानी भर गया है। गंगा का जलस्तर बढ़ने और कटान होने से ग्रामीणों की नींद उड़ गई है। यहां पर खेतों में होने वाले जलभराव से अब गन्ना, चारा और हरी सब्जी की खेती में नुकसान होने के साथ ही धान की पछेती पौध की रोपाई भी ठप हो गई है। जिससे किसानों की परेशानी बढ़ रही है।
बाढ़ नियंत्रण कक्ष मेरठ के अनुसार गंगा का जलस्तर समुद्र तल से 198.90 मीटर के निशान पर पहुंचते ही खादर क्षेत्र के गांवों में अलर्ट घोषित कर दिया जाता है। जलस्तर के 199.03 मीटर के निशान के पास पहुंचने पर चेतावनी जारी कर खादर क्षेत्र में रहने वालों को अपने गांव से सुरक्षित स्थानों पर पलायन करने की हिदायत दी जाती है।
एसडीएएम साक्षी शर्मा- ने बताया की जलस्तर समेत खादर क्षेत्र के गांवों की स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। बाढ़ चौकियां अपना काम कर रही हैं। वहीं प्रशासनिक स्तर से बाढ़ राहत को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं, अभी जलस्तर में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा।