हापुड़ में गुड़ की जबरदस्त मांग के है ऐसे में अब क्रेशर 360 रुपये प्रति क्विंटल गन्ना खरीद रहे हैं। अप्रैल तक की एडवांस बुकिंग भी शुरू कर दी गई है, उस समय 400 रुपये तक गन्ना खरीद की तैयारी है। उधर, चीनी मिल लक्ष्य के अनुसार गन्ना नहीं मिल पाने से परेशान हैं।
जिले में हर साल गन्ने का रकबा कम हो रहा है। किसान अन्य फसलों की ओर बढ़ रहे हैं, क्योंकि हापुड़ के दोनों चीनी मिल समय से भुगतान नहीं करते। कई अन्य घपलों में भी मिल फंस रहे हैं। ऐसे में क्रेशरों पर किसान नकद में गन्ना सप्लाई करना उचित समझ रहे हैं। बाजार में गुड़ की जबरदस्त मांग है। चीनी से करीब दस रुपये अधिक दाम पर गुड़ बाजार में बिक रहा है। ऐसे में क्रेशरों पर भी गन्ने का मूल्य 360 रुपये क्विंटल कर दिया गया है। जबकि चीनी मिल किसानों से गन्ना महज 350 रुपये क्विंटल ही खरीद रही हैं।
शासन इस बार गन्ने के दामों में इजाफा कर सकता है, क्योंकि यह चुनावी साल है। ऐसे में क्रेशर संचालक किसानों से अप्रैल महीने तक की एडवांस बुकिंग कर रहे हैं, इसके बदले किसानों को उस समय 400 रुपये प्रति क्विंटल तक का दाम दिया जा रहा है। क्रेशरों पर नकद में खरीद के कारण किसानों का रुझान बढ़ रहा है, चीनी मिल लक्ष्य के अनुसार गन्ना नहीं मिल पाने से परेशान हैं। जिसके कारण चीनी मिलों को गन्ना खरीद का लक्ष्य पूरा कर पाना आसान नहीं रहेगा।
जिला गन्ना अधिकारी सना आफरीन खान- ने बताया की ब्रजनाथपुर चीनी मिल ने नए सत्र का भुगतान शुरू कर दिया है। सिंभावली चीनी मिल चार दिन के अंदर पिछला भुगतान पूरा कर देगा। किसानों को समय से भुगतान कराया जाएगा।