500 कट्टों की आड़ में 1000 से अधिक कट्टे निकले, रिकॉर्ड जांच तक बिक्री पर रोक
📍 हापुड़। किसानों को मिलने वाला अनुदानित यूरिया आखिर किन गोदामों में जा रहा है? इसी सवाल का जवाब तलाशते हुए जिला कृषि अधिकारी गौरव प्रकाश ने रविवार को एक ट्रक का पीछा कर जरौठी रोड स्थित गोदाम के बाहर पकड़ लिया, जिसमें 500 की जगह 1000 से अधिक कट्टे यूरिया के पाए गए।
🚛 ट्रक में था HURL कंपनी का अनुदानित नीम कोटेड यूरिया
- ट्रक मेरठ से चला था और एचयूआरएल कंपनी का अनुदानित नीम कोटेड यूरिया लाया गया था।
- ट्रक चालक के पास कोई वैध बिल या अनुमति पत्र नहीं था, जिससे अधिकारियों को शक हुआ।
- ट्रक को जरौठी रोड स्थित एक गोदाम के बाहर रोका गया, लेकिन गोदाम का ताला दो घंटे तक नहीं खुलवाया गया।
🏗️ गोदाम खुला, तो निकला बड़ा स्टॉक
- गोदाम खुलवाने पर एक हजार से अधिक यूरिया के कट्टे बरामद किए गए।
- साथ ही, गोदाम में अन्य उर्वरक जैसे दानेदार जिप्सम, जिंक, बोरोन व किसान ब्रांड खाद भी बड़ी मात्रा में पाए गए।
- वीडियोग्राफी कर सभी उर्वरकों का रिकॉर्ड तैयार किया गया।
🚫 बिक्री पर रोक, पुलिस टीम भी मौके पर
- जिला कृषि अधिकारी ने स्पष्ट किया कि जब तक गोदाम का स्टॉक और मेरठ से लाए गए उर्वरक का रिकॉर्ड मिलान नहीं हो जाता, तब तक बिक्री पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगी।
- इस दौरान देहात थाना प्रभारी और पुलिस बल भी मौके पर मौजूद रहा।
🗣️ जिला कृषि अधिकारी गौरव प्रकाश ने कहा:
“शिकायतें मिल रही हैं कि किसानों को मिलने वाला अनुदानित यूरिया प्लाईवुड और फैक्ट्रियों में इस्तेमाल हो रहा है। मामले की गंभीरता को देखते हुए ट्रक का पीछा कर कार्रवाई की गई है। जब तक रिकॉर्ड का मिलान नहीं होता, बिक्री नहीं होने दी जाएगी।”
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